अतिक्रमण पर चला प्रशासन का पंजा
सज्जन मिल रोड पर तबाही का मंजर,दस-दस फीट पक्के अतिक्रमण हटाए
रतलाम,4 जून (इ खबरटुडे)। हर ओर जैसे तबाही का मंजर है। सड़क के दोनो तरफ मकानों के छज्जे टूटे पडे है। कुछ मकानों की आगे की दीवारें ही नदारद हो चुकी है। दुकानें बन्द हैं और तबाही के इस मंजर को देखने के लिए लोगों की भीड जमा है। जेसीबी और पोकलेन मशीनों के दानवी पंजे,अतिक्रमण कर बनाए गए पक्के अतिक्रमणों को ऐसे तोड रहे है,जैसे ये मिट्टी के बने हुए हो। रतलाम बांसवाडा रोड को फोरलेन में तब्दील करने का अभियान में गुरुवार को तब तेजी आई,जब सज्जन मिल रोड पर अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन का पंजा चला। अतिक्रमण विरोधी दस्ता सुबह से इस मार्ग पर सक्रिय था और दोपहर तक सड़क के दोनो ओर दस-दस फीट तक के पक्के अतिक्रमण हटाए गए। सज्जनमिल रोड और राम मन्दिर पर सड़क चौडीकरण के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए
थे। रोड पर स्थित सभी व्यापारियों को बीती शाम ही अपना सामान हटा लेने की चेतावनी दे दी गई थी। अतिक्रमण हटाने के लिए जेसीबी,पोकलेन इत्यादि मशीनों के साथ साथ भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया था। सज्जनमिल रोड को पूरी तरह बन्द कर दिया गया था। सैलानारोड ओव्हरब्रिज का आवागमन सुबह से ही बन्द कर दिया गया था। पूरे ईलाके की बिजली भी बन्द कर दी गई थी। अतिक्रमण रोधी दस्ता सुबह से सज्जनमिल रोड पर पंहुच गया था। प्रशासन की तगडी तैयारियों को देखते हुए किसी ने मुहिम का विरोध भी नहीं किया। कलेक्टर बी चन्द्रशेखर के निर्देशन में प्रारंभ हुई इस मुहिम का नेतृत्व एडीएम कैलाश वानखेडे के हाथ में था। एसडीएम सुनील झा,डीप्टी कलेक्टर वीरेन्द्र कटारे,निगमायुक्त सोमनाथ झारिया समेत अनेक अधिकारी मौके पर मौजूद थे। अतिक्रमण हटाए जाने के बाद सज्जन मिल रोड ऐसी नजर आ रही थी,जैसे इस सड़क पर तबाही आ गई हो। सड़क के दोनो ओर मलबा फैला हुआ है और घरो और मकानों का अगला हिस्सा टूटा फूटा हुआ है।