‘‘अंतरा’’ और ‘‘छाया’’ रोकेगी बढ़ती हुई आबादी
अंतरा और छाया का प्रशिक्षण 15 एवं 16 सितम्बर को
रतलाम,12 सितम्बर(इ खबर टुडे)। परिवार छोटा रखने एवं बच्चांे के बीच अंतर रखने के लिये महिलाओं को अब गर्भ निरोधक गोलियाॅ छाया के रूप में तथा अंतरा नामक इंजेक्षन गर्भ निरोधक के रूप में लगवाना आसान होगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि गर्भ निरोधक इंजेक्षन अंतरा को तीन माह में एक बार लगवाना होता है।
इससे महिलाओं को अनचाहे गर्भ का सामना नहीं करना पड़ेगा। वही नई गर्भ निरोधक गोली छाया सप्ताह में दो बार लेना होगी। इस प्रकार नये गर्भ निरोधक साधनों के उपयोग से बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखना आसान हो जायेगा। छाया नामक गोली ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता तक उपलब्ध कराई जायेगी जबकि अंतरा इंजेक्षन चिकित्सक की देखरेख में महिलाओं को लगाया जायेगा।
उल्लेखनीय हैं कि सरकार द्वारा राज्य के पच्चीस जिले चिन्हाकिंत किये गये है। जिनकी सकल प्रजनन दर तीन से अधिक है। इनमें 3.1 सकल प्रजनन दर होने के आधार पर रतलाम जिले में मिशन परिवार विकास कार्यक्रम लागू किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत शीघ्र ही नव विवाहित दम्पत्तियों को नई पहल कीट प्रदान की जायेगी। इस कीट में सुहाग की सामग्री के साथ-साथ परिवार कल्याण के अस्थायी साधन तथा उनके उपयोग की विधियों की प्रचार सामग्री भी प्रदान की जायेगी। मुख्य रूप से विवाह की आयु महिला की 18 वर्ष एवं पुरूष की 21 वर्ष होना आवष्यक है।
विवाह के लगभग दो वर्ष बाद पहली संतान तथा पहली संतान के बाद तीन साल का अंतर रख कर दुसरी संतान का जन्म होना चाहिए तथा दो बच्चों के बाद माता-पिता में से किसी एक को परिवार कल्याण के स्थायी साधन अपनाना चाहिए। इस प्रकार परिवार की योजना बनाने से परिवार का सर्वागिण विकास हो पाता है।
उल्लेखनीय हैं कि मिशन परिवार विकास के अंतर्गत रतलाम जिले में पुरूष नसबंदी कराने वाले हितग्राही को तीन हजार रूपये, प्रसव के बाद सात दिन के अंदर नसबंदी कराने वाली महिला को तीन हजार रूपये, महिला अंतराल नसबंदी कराने पर दो हजार रूपये तथा पीपीआईयूसीडी लगनवाने वाली महिला को तीन सौ रूपये की राशि प्रदान की जाती है। मिशन परिवार विकास के अंतर्गत परिवार कल्याण सेवाएंे स्वास्थ्य केन्द्रों पर निःषुल्क उपलब्ध है।