राजस्थान के प्रतापगढ़ में कंपन, नीमच जिले में भी महसूस हुए झटके
Neemuch News: गुरुवार सुबह राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में आए कंपन का असर नीमच जिले के जीरन, हरवार और कुचड़ौद क्षेत्रों में भी महसूस हुआ। सुबह करीब 10:07 बजे कंपन के साथ तेज आवाज सुनाई दी, जिससे लोग डरकर घरों, दुकानों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। जीरन के पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी में यह घटना कैद हुई, जिसमें कैमरा और परिसर हिलते नजर आए।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार कंपन की तीव्रता 3.9 मापी गई, जिसका केंद्र प्रतापगढ़ में जमीन से 10 किमी गहराई पर था। रिपोर्ट के मुताबिक झटकों के साथ गड़गड़ाहट जैसी ध्वनि भी दर्ज हुई, जो सतह के कंपन से उत्पन्न हुई। कुचड़ौद निवासी अलख राय पुरोहित ने बताया कि हल्के झटकों के दौरान घर में रखे बर्तन गिर गए और बाहर ब्लास्ट जैसी आवाज आई। हालांकि जनहानि या संपत्ति का कोई नुकसान नहीं हुआ।
भूकंप नहीं, भूगर्भीय धमाके
भू-विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. विनीता कुलश्रेष्ठ के अनुसार यह भूकंप नहीं, बल्कि भूगर्भीय धमाके हैं। अंडरग्राउंड पानी कम होने से जमीन के नीचे की नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे वैक्यूम बनता है और ब्लास्ट जैसी स्थिति पैदा होती है। यह घटना आमतौर पर गर्मी और सर्दी के बीच होती है।
उन्होंने बताया कि इस समय बारिश बीच-बीच में रुक रही है और वातावरणीय दबाव भी ज्यादा है, जिससे वैक्यूम बनने की संभावना बढ़ गई है। पहले भी इंदौर और आसपास के इलाकों में ऐसे हल्के धमाके दर्ज हुए हैं। करीब 20 साल पहले भी इसी तरह की स्थिति बनी थी, जब पानी की कमी और खिंचाव के कारण कंपन महसूस हुए थे।