जिले में अब मंडी रोड की ओर बनेगा बघाना ओवरब्रिज
Neemuch News: बघाना रेलवे फाटक पर प्रस्तावित ओवरब्रिज की दिशा तय कर दी गई है। यह मंडी रोड की तरफ से बनाया जाएगा, न कि किलेश्वर मंदिर-सीआरपीएफ मार्ग से होकर। मौके पर किए गए संयुक्त निरीक्षण और विचार-विमर्श के बाद जिला प्रशासन व सेतु विकास निगम ने यही रुख अपनाया है। इससे पहले कुछ दुकानदारों व स्थानीय लोगों ने मंदिर-वाला मार्ग अपनाने पर आपत्ति जताई थी और ज्ञापन भी दिया था, पर अधिकारियों ने उनकी शंकाओं का निस्तारण कर दिया।
निरीक्षण में ब्रिज के आसपास सर्विस रोड और उतरने-चढ़ने के लिए पर्याप्त जगह होने को लेकर आश्वासन दिया गया, इसलिए मंडी रोड रूट को श्रेष्ठ माना गया। इसके साथ ही रेलवे कॉलोनी की ओर जाने वाली एक भुजा के मामलों पर अलग चर्चा की गई है; उस हिस्से पर अंतिम निर्णय रेलवे द्वारा लिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि मूल ड्राइंग व डिजाइन में कई बार संशोधन के बाद अब ज्यादातर बिंदुओं पर सहमति बन चुकी है और शेष बिंदुओं पर तकनीकी स्तर पर बातचीत जारी है।
जिले के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने कहा कि ओवरब्रिज का निर्माण शुरू होते ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि रेलवे स्टेशन, फाटक और मंडी क्षेत्र के सामान्य आवागमन में अधिक व्यवधान न आए। मार्ग के चुनाव के साथ ही ले-आउट व लाइनें निश्चित कर दी गईं हैं ताकि निर्माण के वक्त यातायात व स्थानीय व्यापार प्रभावित न हों। सेतु विकास निगम तथा निर्माण-ठेकेदार के इंजीनियरों ने निरीक्षण में बनाये गए प्लान और निर्धारित इंतजामों की जानकारी दी।
स्थानीय प्रशासन ने भी आग्रह किया कि निर्माण कार्य के दौरान परिचालन और पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक रास्ते व सुरक्षा प्रबंध किये जाएँ। व्यापारियों व रहवासियों के हितों का विशेष ध्यान रखकर सर्विस रोड व दुकान-फुटपाथों के निःशेष हिस्से भी सुरक्षित रखने का आश्वासन दिया गया है, ताकि मंडी के व्यावसायिक गतिविधियों पर अधिक असर न पड़े। निरीक्षण में नगर निगम व तहसील के अधिकारी तथा परियोजना टीम शामिल थे और उन्होंने आपसी समन्वय से कार्य शीघ्र आरंभ करने का संकल्प व्यक्त किया।
अब अगला चरण ड्राइंग पर अंतिम मुहर और निर्माण-अनुमति का होगा, जिसके बाद निर्माण कार्य का शेड्यूल जारी किया जाएगा। स्थानीय लोग उम्मीद जता रहे हैं कि निर्णायक रूप से चुनी गई मंडी रोड दिशा से यातायात सुगमता और सुरक्षा सुनिश्चित होगी तथा शहरी व उपनगरीय क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार आएगा।