मंदसौर में वाहन चोरी का गिरोह सक्रिय, पार्किंग और घर भी सुरक्षित नहीं
Mandsaur News: मंदसौर जिले में पिछले तीन महीनों से वाहन चोर गिरोह सक्रिय है। इस दौरान लगभग 34 से अधिक चोरी के मामले सामने आ चुके हैं। जिले में अस्पताल, घर, दफ्तर और पार्किंग सहित सभी सार्वजनिक स्थानों पर बाहर खड़े वाहन सुरक्षित नहीं हैं। औसतन हर तीसरे दिन एक बाइक चोरी की घटना दर्ज होती है।
पुलिस के अनुसार, कई मामलों में पकड़े गए आरोपी मास्टर-की और अन्य औजारों का इस्तेमाल करते पाए गए। चोरी की गई बाइक और उनके पार्ट्स को अन्य राज्यों में बेचने के साथ-साथ अलग-अलग हिस्सों में भी बेच दिया जाता है। जिले के कई वाहन मालिक अब तक अपनी खोई बाइक का पता नहीं लगा पाए हैं। एएसपी ने बताया कि संदिग्धों पर नजर रखने और लगातार गश्त के जरिए चोरी के मामलों की जांच जारी है।
जिला मुख्यालय और कई थाना क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं हुई हैं। उदाहरण के लिए, अगस्त माह में तिलक नगर, गांधीनगर, झारड़ा हाट, सुवासरा, पिपलिया और मंदसौर चौपाल सागर के पास से बाइकें चोरी हुईं। हर घटना में पुलिस जांच कर रही है और जल्द ही संदिग्धों की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।
सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए नगर पालिका ने शहर में कैमरे लगाने की योजना बनाई है। इससे चोरी के मामलों को ट्रेस करना आसान होगा और आरोपी का रूट पता चल सकेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि कैमरों की कमी से अब तक कई मामलों में जाँच में कठिनाई हुई है।
पुलिस का उद्देश्य है कि वाहन चोरी पर अंकुश लगाया जाए और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। गिरोह के सक्रिय रहने के कारण लोग अपनी गाड़ियों को घर, पार्किंग या दफ्तर के बाहर सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं। एएसपी ने आश्वस्त किया कि टीमें संदिग्धों पर लगातार नजर बनाए रखेंगी और जल्द ही गिरोह के सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।