Mandsaur News:शासन को छुट्टियां रद्द कर देनी चाहिए: शिक्षकों को दिखावे के बजाय असली समय की जरूरत
Mandsaur News: शिक्षा विभाग द्वारा ग्रीष्मकालीन अवकाश में प्रशिक्षण रखने का शिक्षकों ने विरोध किया। शहर स्थित उत्कृष्ट विद्यालय में प्रशिक्षण के लिए पहुंचे शिक्षकों ने गर्मी में पंखे तक नहीं होने की बात कही। साथ ही इसे स्थगित करने की मांग की। डीईओ को आवेदन भी भेजा। शिक्षकों ने बताया कि तेज गर्मी में हमें परेशान होना पड़ रहा है। खास कर महिला शिक्षिकाएं अपने बच्चों को छोड़कर जिला मुख्यालय पर आई हैं।
हायर सेकंडरी स्कूल के माध्यमिक शिक्षक लक्ष्मीनारायण पाटीदार ने बताया कि विज्ञान लैब के प्रशिक्षण की ट्रेनिंग रखी गई है। पूरे जिले के शिक्षकों को यहां बुलाया है लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। हमें भरी गर्मी में बिना पंखे के ट्रेनिंग दे रहे हैं।
शासन के आदेशों के अनुसार 1 से 31 मई तक ग्रीष्मकालीन अवकाश है। फिर भी ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है। जबकि ये ट्रेनिंग वर्चुअल भी हो सकती है। शिक्षकों को उनके अवकाश का पूरा लाभ मिलना चाहिए।
शिक्षक मनोज जामलिया ने बताया कि एक तरफ शासन आदेश निकालता है, फिर खुद ही उसकी धज्जियां उड़ाता है। शिक्षकों का कहीं घूमने या शादी सहित अन्य आयोजन में जाने प्लान रहता है। ऐसे में सब कुछ छोड़कर प्रशिक्षण के लिए आना पड़ रहा है।
शासन को छुट्टियां निरस्त कर देनी चाहिए। क्योंकि दिखावे के अवकाश की शिक्षकों को आवश्यकता नहीं है। सभी शिक्षकों ने सामूहिक रूप से एकत्रित होकर प्रशिक्षण का विरोध जताया। इस दौरान डीईओ टेरेसा मिंज को आवेदन भी भिजवाया और प्रशिक्षण को स्थगित करने की मांग की।
महिला वर्ग को दिक्कतों का सामना करना पड़ता
शिक्षिका भारती चतुर्वेदी ने बताया कि गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को छोड़कर आना पड़ रहा है। सभी जिलों में शिक्षकों को अक्काश मिलता है। ऐसे में यदि प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाए तो नाराजगी जायज है। महिला वर्ग को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यह प्रशिक्षण जून में दिया जाता तो शिक्षक आसानी से सीख सकते थे।
समस्या का निराकरण कराने के प्रयास करेंगे
अभी आवेदन की जानकारी नहीं है, मैं बाहर हूं। वरिष्ठ कार्यालय के आदेश अनुसार प्रशिक्षण कराया जा रहा है। शिक्षकों की जो भी समस्या होगी, उसका निराकरण कराने के प्रयास करेंगे।
टेरेसा मिंज, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी, मंदसौर