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काले सोने के क्षेत्र मंदसौर में लाल चंदन की तस्करी, 4.5 करोड का चंदन जब्त

 पिपलिया मंडी पुलिस ने पकड़ा तस्करो को 
 
 

मंदसौर /उज्जैन,17 जुलाई (ब्रजेश परमार /इ खबर टुडे)। काले सोना का क्षेत्र कहे जाने वाले मंदसौर में अब लाल चंदन की तस्करी का काम भी शुरू हो चुका है। 22.60 क्विंटल लाल चंदन पिपल्या मंडी पुलिस ने जब्त किया है। परिवहन में सहयोग करने वाले दो आरोपी यतिन्द्र पिता विष्णुलाल राठोर जाति सरगरा 34 वर्ष एवं अजय पिता श्यामलाल जाति भील 19 वर्ष निवासीगण दलपतपुरा थाना जीरन पकडे गए हैं। मुख्य आरोपी राजेन्द्र उर्फ राजु भाई उर्फ सलीम भाई पिता सालीग्राम पाटीदार निवासी गोगरपुरा थाना पिपल्या मंडी फरार है।


मुख्यत: मंदसौर जिला काला सोना कहे जाने वाले अफीम,डोडा चुरा सहित नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए जाना जाता है। अब इस क्षेत्र में तस्करों ने लाल चंदन की तस्करी का नया माडयूल बना लिया है। थाना पिपलियामण्डी पुलिस की गिरफ्त में आये अंतर्राज्यीय चंदन चोर तस्कर गिरोह के 02 सदस्यों से कुल 2260 किलोग्राम वजनी लाल रक्त चंदन जिसकी अंतराष्ट्रीय कीमत लगभग 4.5 करोड रुपये की है जिसे जप्त किया है। 


मामले का खुलासा करते हुए एसपी अभिषेक आनंद ने प्रेस वार्ता में बताया कि प्रभारी थाना पिपलियामडी निरीक्षक शिवांशु मालवीय के नेतृत्व में थाना पिपलियामण्डी पुलिस टीम ने बुधवार को वाहन चैकिंग के दौरान आयशर ट्रेक्टर क्र MP 44 AB 7371 से अवैध रक्त चंदन (लाल चंदन) की तस्करी करते हुये तस्करो को मय अवैध चंदन के पकडा है। लाल रक्त चंदन के लड्ठे जिनका कुल बजन 2260 किलोग्राम जिनकी अंतराष्ट्रीय कीमत करीब 4.5 करोड रुपये है । 
आरोपी यतिन्द्र पिता विष्णुलाल राठोर जाति सरगरा उम्र 34 वर्ष एवं अजय पिता श्यामलाल जाति भील उम्र 19 वर्ष निवासीगण दलपतपुरा थाना जीरन से जप्त किया गया। 

 इनका साथी आरोपी राजेन्द्र उर्फ राजु भाई उर्फ सलीम भाई पिता सालीग्राम पाटीदार निवासी गोगरपुरा पिपल्या मंडी फरार है। आरोपियों के विरूद्ध धारा 303(2), 317(5) BNS एवं म.प्र. वन उपज अधिनियम 2000 की धारा 21,22 एवं भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26,33,42 का अपराध पंजीबध्द कर जांच की जा रही है।

पकडे गए आरोपी परिवहन साथी

पिपल्या मंडी थाना प्रभारी शिवांशु मालवीय के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि फिल्मो से अभिप्रेरित होकर लाल चंदन की तस्करी की जा रही थी। पकडे गए दोनों आरोपी परिवहन में सहयोग करने की भूमिका तक ही सामने आई हैं। इनका साथी मुख्य आरोपी राजेन्द्र उर्फ राजु भाई उर्फ सलीम भाई पिता सालीग्राम पाटीदार के पकडे जाने के बाद ही सामने आ सकेगा कि वह लाल चंदन कहां से और किससे लेकर आया और इस दौरान लाल चंदन को किस तरह से छुपाकर परिवहन किया गया।