Mandsaur News: 69 साल पुरानी अस्पताल की बिल्डिंग का उखड़ा प्लास्टर , दीवारों से पेड़ की जड़ें आईं बाहर
Mandsaur News: 26 जनवरी 1956 को तत्कालीन सीएम तख्तमल जैन ने जिला अस्पताल बिल्डिंग का शिलान्यास किया। लगभग 69 साल पुरानी बिल्डिंग बीते 11 सालों से खतरा बन रही है। दीवारों में पेड़ की जड़ें बाहर आने के साथ ही प्लास्टर उखड़ गया है और सरिए दिखने लगे हैं। एक दशक में 7 बार छज्जा गिरने की घटना हो चुकी है। पिछले साल ही मानसून सीजन में 7 लोग बाल-बाल बचे थे उसके बाद रिपेयरिंग की गई लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकाला।
पिछले कुछ सालों से मानसून हर बार 500 बेड की क्षमता वाले अस्पताल के भवन की परीक्षा लेता आ रहा है। पुराना निर्माण होने से कई वाडों, गलियारों में पानी का रिसाव भी होता है। अस्पताल प्रबंधन राज्य व केंद्र स्तर की टीम आने से पहले रंग-रोगन, सीमेंट के जरिए खामियां दूर करता है लेकिन समाधान तक नहीं पहुंचता। मामले को लेकर सीएमएचओ डॉ. जीएस चौहान का कहना है शासन को प्रस्ताव भेज चुके हैं और वर्तमान स्थिति से अवगत करवाया है। भवन का एक हिस्सा काफी पुराना है। हालाकि रिपेयरिंग करवाई है। निरीक्षण कर समाधान करवाएंगे।
इन हादसों के बाद भी प्रबंधन ने कोई सबक नहीं लिया...
2 अगस्त 2024 : अस्पताल के इमरजेंसी रूम के आगे इंट्री गेट के पास छज्जा गिरा, 3 लोग बचे।
1 जुलाई 2023 : महिला सर्जिकल वार्ड की छत से मलबा गिरा, 7 लोग बचे।
7 जुलाई 2022 : सीतामऊ से आए दंपती पर छज्जा गिरा, दोनों घायल हुए।
1 जुलाई 2021 - आर्थो वार्ड एरिया में 2 महिलाओं को चोट आई।
15 सितंबर 2019 - सर्जिकल विभाग के गलियारे की छत का हिस्सा गिरा।
14 अप्रैल 2015 : रात को मेडिकल वार्ड के बाहर बगीचे के पास छज्जा गिरा।
20 सितंबर 2014: बर्न वार्ड के बाहर गलियारे में छत का प्लास्टर गिरा, कोई मौजूद न होने से हादसा टला।
31 अगस्त 2014: फीमेल मेडिकल वार्ड की छत से प्लास्टर गिरने पर महिला घायल।