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Mandsaur News: मंदसौर का संतरा देश-विदेश में घोलेगा मिठास, सरकार लगाएंगी उद्योग, किसान होंगे मालामाल

मंदसौर का संतरा देश-विदेश में घोलेगा मिठास, सरकार लगाएंगी उद्योग, किसान होंगे मालामाल
 

Mandsaur News: सफेद सोना कही जाने वाली लहसुन अब उद्योग सोना उगलेगी तो संतरे के उत्पादन के कारण छोटा नागपुर कहे जाने वाले मंदसौर जिले में संतरे के उद्योग लगने के साथ ही जिले की माटी का संतरा देश-दुनिया में मिठास घोलेगा। इसके चलते यह फसल व उद्योग जिले की अर्थव्यवस्था को बूस्टर डोज देगा। तमाम अनुकूलता के बीच 3 मई को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जिले में औषधीय व मसाला फसल आधारित उद्योगों की संभावनाओं के लिए प्रदेश स्तरीय कॉन्क्लेव के साथ इसकी नींव रखेंगे।

कृषि आधारित उद्योग लगने के साथ फसलों के दाम बढ़ेंगे। दाम बढऩे के साथ फसलों का रकबा और उत्पादन भी बढ़ेगा। मंडियों के साथ खुले बाजार में प्रतिस्पर्धा बढऩे से भी किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। जिन फसलों को लेकर उद्योग स्थापित होंगे उन फसलों की खेती भी जिले में बढ़ेगी। 

इससे फसल चक्र में भी बदलाव होगा। उद्योग आधारित कच्चा माल फसलों को लेकर जिले में पर्याप्त है। इससे फसल खराब भी नहीं होगी और मांग भी बढ़ेगी। जिले में गरोठ से लेकर शामगढ़ क्षेत्र में संतरे का उत्पादन सबसे अधिक होता है तो मंदसौर, दलौदा, मल्हारगढ़ से लेकर जिले के अलावा मालवा क्षेत्र में लहसुन का उत्पादन अधिक है।


जलवायु से लेकर परिवहन अनुकूल

जिले में फसल आधारित उद्योग को लेकर तमाम अनुकूलता है। चंबल और गांधीसागर बांध के कारण पानी की पर्याप्त उपलब्धता है। इसके अलावा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से लेकर गरोठ-उज्जैन फोरलेन, लेबड़-नयागांव फोरलेन के साथ ब्रॉडगेज लाइन के साथ परिवहन की तमाम व्यवस्था है। 

साथ ही जिले की जलवायु और मौसम तमाम प्रकार की फसलों के अनुकूल है। जिले के उन्नत किसान उद्यानिक और औषधीय से लेकर मसाले की फसलों में नए प्रयोग कर आधुनिक खेती कर बड़ी मात्रा में इसका उत्पादन करते है।

मंदसौर से हो रही कृषि मेले की शुरुआत
प्रदेशभर में सरकार कृ़षि मेलों के साथ कॉन्क्लेव का आयोजन करेगी। इसकी शुरुआत मंदसौर से हो रही है। प्रशासन का अमला इसे लेकर तैयारियों में जुट गया है। शहर के पीजी कॉलेज के खेल मैदान पर 3 मई को यह आयोजन होगा। 

कृषि मंत्री एंदलसिंह कंसाना के साथ ही कृषि सहित आधा दर्जन से अधिक विभाग के प्रदेशस्तर के अधिकारियों का जमावड़ा भी इस दौरान रहेगा। प्रशासन के साथ कृषि विभाग से जुड़े विभाग भी इस आयोजन की तैयारियों में जुट गए है।

350 बसों का इंतजाम

कृषक सम्मेलन की तैयारियों में प्रशासन ने कई विभागों को लगाया है। इसमें कृषि विभाग से लेकर उद्यानिकी के साथ विपणन, मंडी के अलावा राजस्व, पशुपालन से लेकर अन्य विभागों को जवाबदारी दी गई है। 

इसमें 350 से अधिक बसों को जिलेभर में लगाया जाएगा। बसों के अलावा अन्य साधनों से भी जिलेभर से इस सम्मेलन में 15 से 18 हजार किसानों को लाने का लक्ष्य प्रारंभिक रूप से तय किया गया है।