Mandsaur News: निरीक्षण नहीं हुआ किसी भी केंद्र का फिर भी कार्यकर्ताओं को दिए नोटिस
Mandsaur News: बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित को ज्ञापन सौंपा। संगठन ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं के समाधान की मांग की। साथ ही 5 वर्षों से अधिक समय से जिले में पदस्थ अधिकारियों का तबादला जिले से बाहर करने की बात कही।
ज्ञापन में बताया कि कार्यकर्ताओं को विभाग की ओर से नोटिस दिए गए हैं। इनमें मुख्यालय पर निवास न करने, समय पर उपस्थिति दर्ज न करने और केंद्र समय पर न खोलने के आरोप लगाए गए हैं। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या के कारण उपस्थिति दर्ज नहीं हो पाती। किसी भी केंद्र का निरीक्षण नहीं हुआ फिर भी कार्यकर्ताओं को नोटिस दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता पूरी निष्ठा से काम कर रही हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से कार्य कर रही हैं। काम का बोझ तीन गुना बढ़ गया है। फिर भी उन्हें बार-बार नोटिस देकर और मानदेय काटकर प्रताड़ित किया जा रहा है। बताया कि पोषण ट्रैकर और संपर्क एप पर ऑनलाइन कार्य के साथ-साथ 11 पंजी और अन्य रजिस्टरों में भी काम करना पड़ता है।
इससे कार्यभार बहुत बढ़ गया है। पोषण ट्रैकर में टीएचआर वितरण के लिए फेस कैप्चर, ई-केवाईसी और ओटीपी की प्रक्रिया लागू की गई है। नेटवर्क न होने, बैलेंस की कमी और परिवार में एक ही मोबाइल होने के कारण यह प्रक्रिया पूरी करना मुश्किल हो गया है। हितग्राही ओटीपी देने से डरते हैं। उन्हें डर है कि ओटीपी देने के बाद उनके खाते से पैसे कट सकते हैं।
अधिकारियों का तबादला जिले से बाहर किया जाए
ज्ञापन में बताया कि कार्यकर्ता मानसिक रूप से परेशान हैं। मांग की कि 5 साल से अधिक समय से एक ही जगह पदस्थ सभी अधिकारियों का तबादला जिले से बाहर किया जाए। पोषण ट्रैकर और संपर्क एप पर ऑनलाइन कार्य बंद कराया जाए। कार्यकर्ताओं को स्थाई कर्मचारी घोषित किया जाए। जब
अधिकारियों का तबादला जिले से बाहर किया जाए
तक यह नहीं होता, तब तक कार्यकर्ता को 25 हजार और सहायिका को 18 हजार रुपए मासिक मानदेय दिया जाए। 3 से 6 वर्ष के बच्चों का प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश बंद करने, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्रीष्मकालीन अवकाश देने और हर साल सभी रजिस्टर उपलब्ध कराने की मांग भी रखी।