Mandsaur News: पहली बार मिक्स्ड लैंडयूज: आवास और व्यवसाय का संगम
Mandsaur News: शहर में साल 2041 की प्रस्तावित जनसंख्या के मान से नए मास्टर प्लान पर आवश्यक तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। पहली बार चिह्नित एरिया में मिश्रित भूमि उपयोग की परमिशन मिलेगी, यानी एक ही क्षेत्र में आवासीय, वाणिज्यिक व सार्वजनिक उपयोग हो सकेगा। इससे पहले बीते सालों के पुराने प्लान में ये प्रावधान नहीं था। मिक्स्ड लैंडयूज में निश्चित एरिया में रहने के लिए आवासीय परमिशन, व्यावसायिक गतिविधियों के लिए कमर्शियल परमिशन व सार्वजनिक उपयोग जैसे अस्पताल, स्कूल व कॉलेज, कोचिंग जैसी गतिविधियां संचालित हो पाएंगी।
प्रक्रिया को गति देने के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएनसीपी) ने 34 विभागों से जरूरी जानकारियां भी मांगी थीं। अब 17 विभागों को दोबारा से रिमाइंडर भेजा है। टीएनसीपी उप संचालक का कहना है प्रक्रिया को गति दी जा रही है, जैसे-जैसे निर्देश आ रहे हैं, जिलास्तर पर बिंदुओं पर काम हो रहा है।
शासन ने 6 अक्टूबर 2023 को विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मंदसौर के मास्टर प्लान का ड्राफ्ट जारी किया था। चुनाव के बाद खासे बदलाव हुए। सीएम से लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री के अलावा जिले में कलेक्टर तक बदल गए। मंदसौर में नए विधायक चुने गए। इसका असर रहा कि मास्टर प्लान ठंडे बस्ते में चला गया और इसे रद्द करना पड़ा था। इसकी 200 से अधिक आपत्तियों पर ऑनलाइन सुनवाई की गई थी। आपत्तियां लगाने वालों में प्रदेश के डिप्टी सीएम, क्षेत्र के सांसद के परिजनों से लेकर नपाध्यक्ष व विधायक भी शामिल थे।
डाटा पर काम शुरू हो चुका है, शासन से मार्गदर्शन मांगा है
मास्टर प्लान 2041 के प्रस्तावित ड्राफ्ट में पहली बार मिश्रित भू-उपयोग की परमिशन भी दी जाना तय हुआ है ताकि एक स्थल के अनेक उपयोग हो सकें। इस मान से जरूरी डाटा एकत्र कर रहे हैं। कई विभागों को रिमाइंडर भेजा है। प्लान कब से लागू होगा, इसे लेकर समय सीमा नहीं आई है लेकिन बिंदुओं पर डिटेल एकत्र कर रहे हैं। आवश्यक जानकारियां आने लगी हैं, भविष्य के लिए शासन से मार्गदर्शन मांगा है। - विनीता दृश्यामकर, प्रभारी उप संचालक टीएनसीपी मंदसौर-नीमच