Movie prime

Mandsaur News: जिले में नैनो यूरिया पर जोर, यह फसलों को नाइट्रोजन देने का बेहतर विकल्प

 

Mandsaur News: खरीफ सीजन की फसल को लेकर जिले में यूरिया सहित अन्य खाद का पर्याप्त स्टॉक होने के साथ किसानों को एडवांस में दिया जा रहा है।

इधर जिले में 3 साल के दौरान नैनो यूरिया (लिक्विड) का चल बढ़ा है। इसको देखते हुए कृषि विभाग यूरिया के बैग के साथ नैनो यूरिया के विकल्प पर जो दे रहा है। पिछले साल 10 हजार बॉटल का इस्तेमाल किसानों ने किया था। इस बार 35 हजार बॉटल का लक्ष्य है। यूरिया के अग्रिम उठाव के साथ किसान नैनो यूरिया की बॉटल भी लेकर जा रहे हैं। 2 हजार बॉटल ले जा चुके हैं। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार पौधों को नाइट्रोजन देने के लिए नैनो यूरिया बेहतर विकल्प है और यह सस्ता भी है।

सामान्य से कम खाद में काम हो जाता है। 500 मिली की बॉटल 45 किलो यूरिया बैग के बराबर है। ऐसे में इसे इधर से उधार ले जाना व उपयोग करना भी आसान है। रेलवे स्टेशन पर उर्वरक का रैक पॉइंट होने से सामान्यतः जिले में यूरिया सहित अन्य खाद की मारामारी नहीं होती है। 2022 में मांग अनुरूप उर्वरक का स्टॉक रखने के साथ लिक्विड फार्मेट वाला नैनो यूरिया को भी बाजार में उतारा। कुछ जगह किसानों ने विरोध करते हुए नैनो यूरिया लेने से मना भी किया। क्योंकि बैग के साथ एक बॉटल दी जा रही थी।

विरोध को देखते हुए जिले में विभाग ने ज्यादा दबाव नहीं बनाया और किसानों को फायदे बताने का अभियान चलाते हुए फीडबैक लिया। परिणाम देखने को मिला और 2023 में करीब 3500 बॉटल का इस्तेमाल किसानों ने किया। जो कमियां थीं उन्हें दूर किया तो 2024 में 10 हजार बॉटल का उपयोग किसानों ने किया। इस साल की बात करें तो खरीफ सीजन के पहले एडवांस उर्वरक वितरण सोसायटियों के माध्यम से किया जा रहा है। ऐसे में इस माह में अब तक करीब 2 हजार बॉटल नैनो यूरिया प्लस की किसान खरीद चुके हैं।

500 मिली की बॉटल 45 किलो यूरिया बैग के बराबर
फीडबैक के बाद नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाई
विभाग नीमच के कृषि विस्तार अधिकारी गगन पटेल ने बताया कि दो साल से किसानों के फीडबैक पर काम कर रहे हैं। 2023 के फीडबैक के आधार पर नैनो यूरिया में 4 प्रतिशत नाइट्रोजन था, इसे 2024 में बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया था और इसे नैनो यूरिया प्लस नाम दिया। इसके बाद जो फीडबैक लिया, उससे किसान संतुष्ट नजर आए। यह इसी बात से स्पष्ट है कि तीन साल से लगातार मांग बढ़ रही है। फसल में नाइट्रोजन की ज्यादा आवश्यकता होती है। भाव भी यूरिया बैग के मुकाबले करीब 40 रुपए कम हैं और क्षमता वही, ज्यादा अंतर भी नहीं है।
दोनों की क्षमता में ज्यादा अंतर नहीं पर भाव कम

विभाग के अनुसार यूरिया का 45 किलो का एक बैग 266.50 रुपए में मिलता है। 500 मिली नैनो प्लस यूरिया की बॉटल 225 रुपए की है। विभाग के अनुसार दोनों की क्षमता में ज्यादा अंतर नहीं है। नैनो प्लस को स्प्रे करना पड़ता है जो फसल में ऊपर से नीचे तक जाने के साथ जड़ तक आसानी से पहुंचता है।

मांग बढ़ने पर लक्ष्य करीब 4 गुना तक कर दिया
नैनो यूरिया के प्रति किसानों का लगातार रुझान बढ़ रहा है। यह लाने-ले जाने में आसान है तो उपयोग में भी दिक्कत नहीं है। पिछले साल के मुकाबले इस बार करीब चार गुना लक्ष्य बढ़ाकर 35 हजार बॉटल विक्रय का लक्ष्य है। अभी एडवांस में ही किसान लेकर जा रहे हैं। 2 हजार बॉटल दे चुके हैं। - भगवानसिंह अर्गल, उप संचालक कृषि विभाग, जिला नीमच