Mandsaur News: अहिल्याबाई ने महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलायाः डॉ. जोशी
Mandsaur News: राजकीय कन्या महाविद्यालय में देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर व्याख्यान आयोजित किया गया। प्राचार्य डॉ. सुधीर रायजादा ने बताया कि यह आयोजन नारी शक्ति, राष्ट्र, धर्म और संस्कृति की पुनर्स्थापना स्वरूप किया गया।
मुख्य वक्ता शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नीमच समाजशास्त्र प्राध्यापक डॉ. संजय जोशी ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर का जन्म मराठा हिन्दू परिवार में हुआ। कठिन परिस्थितियों में भी वे अडिग रहीं। उन्होंने महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाया। जीवन भर महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य किया।
अहिल्याबाई ने अपने राज्य की सीमाओं से बाहर भी देशभर में मंदिर, घाट, कुएं, बावड़ियां बनवाई। रास्ते बनवाए अन्नसत्र खोले। प्यासों के लिए प्याऊ बनवाए। स्वतंत्र भारत में उनका नाम सम्मान से लिया जाता है। भारत सरकार और कई राज्य सरकारों ने उनकी प्रतिमाएं स्थापित की हैं। उनके नाम से कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. पीएल पाटीदार ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं के समय अहिल्याबाई ने काशी से रामेश्वरम तक तीर्थस्थलों का पुनरोद्धार कराया। यह भारतीय इतिहास का अनोखा अध्याय है। आठ वर्ष की उम्र में वे इंदौर आईं। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा। उन्होंने समाज, संस्कृति और राष्ट्र के लिए जीवन समर्पित किया।