80 गांव में 89 करोड़ की पानी आपूर्ति योजना फेल, सड़कें उखड़ी, सप्लाई शुरू होते ही लीक
Chhatarpur News: निवाड़ी जिले में जल जीवन मिशन के तहत 89 करोड़ रुपए की लागत से नदनवारा तालाब से 80 गांवों तक पानी पहुंचाने के लिए जल संरचनाएं बनाई गईं, लेकिन घटिया निर्माण सामग्री और कम गहराई में डाली गई पाइप लाइन के कारण सप्लाई शुरू होते ही जगह-जगह लीकेज हो रही है। इससे गलियां कीचड़ से भर गई हैं और पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सीसी सड़कों की मरम्मत नहीं हुई, जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है।
जल निगम के अधीन ठेकेदार जैन इंजीनियरिंग वर्क्स, इंदौर पर घटिया काम के आरोप लग रहे हैं। ज्योरामोरा, चिरपुरा, मनिया, सकेरा भड़ारन और गरार का खिरक गांवों में पाइप लाइन और सड़कों की बदहाली देखने को मिल रही है। हैरानी की बात है कि 80 गांवों को पानी देने वाले नदनवारा गांव में ही नल से पानी नहीं आ रहा है, क्योंकि यह गांव टीकमगढ़ जिले में आता है और परियोजना में शामिल नहीं है।
योजना के तहत चिरपुरा में 120, मनिया में 348, सकेरा भड़ारन में 720 और ज्योरामोरा सहित गरार खिरक में 930 नल कनेक्शन दर्ज किए गए हैं, जिन्हें क्रियाशील और संरचना को पूर्ण बताया गया है, जबकि जमीनी हकीकत अलग है। ज्योरामोरा में तीन पाइप लाइनें बिछाने के लिए सीसी सड़कें तोड़ दी गईं, पर दोबारा नहीं बनाई गईं, जिससे गलियां ऊबड़-खाबड़ और कीचड़ से भरी हैं। मनिया में भी पाइप बाहर छोड़ दिए गए हैं और चिरपुरा में घरों के बाहर अधूरे कनेक्शन पड़े हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि पाइप लाइनें दो फीट से भी कम गहराई में डाली गईं, जिससे दबाव पड़ते ही लीक हो रही हैं। केवल ज्योरामोरा में ही 2 किमी सड़क उखाड़ी गई, जबकि अधिकारी पूरे जिले में सिर्फ 11 किमी सड़क सुधारना शेष बता रहे हैं। मनिया, चिरपुरा, सकेरा भड़ारन और गरार खिरक में भी यही स्थिति है।
सूत्रों के अनुसार, लगभग हर गांव में सीसी सड़कें उखाड़कर छोड़ दी गई हैं, जिससे लोगों का चलना-फिरना मुश्किल हो गया है। पाइप की गुणवत्ता और निर्माण में धांधली पर सवाल उठ रहे हैं।
जल निगम के प्रबंधक एलएल तिवारी का कहना है कि पंप से सीधे प्रेशर आने के कारण लीकेज हो रही है। समाधान के लिए 6 नई टंकियां बनाई जा रही हैं। टंकी से सप्लाई शुरू करने पर समस्या नहीं रहेगी। वहीं, 11 किमी सड़कों का सुधार कार्य अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा।