Bina News: कैनाल से रेलवे के पंप हाउस में पानी आना बंद
Bina News: बीना नदी का जलस्तर गिरने से कैनाल से रेलवे के पंप हाउस में पानी आना बंद हो गया है। रेलवे ने कैनाल में जमा सिल्ट हटवा दी है, बावजूद इसके जरूरत के मुताबिक पंप हाउस में पानी नहीं आ रहा है। इसके चलते पानी लिफ्ट करने पांच पंप लगाए जा रहे हैं। पानी लिफ्ट कर रेलवे स्टेशन और दोनों कॉलोनी में पानी सप्लाई किया जाएगा।
फिलहाल जल-संकट को देखते हुए रेलवे ने पूर्वी और पश्चिमी रेलवे कॉलोनी में पानी की कटौती शुरू कर दी है। पहले कॉलोनियों में 45 मिनट पानी दिया जाता था, लेकिन अब 30 मिनट सप्लाई की जा रही है। समय पर बारिश शुरू नहीं हुई तो स्टेशन पर जल-संकट गहरा सकता है।
रेलवे कॉलोनी और स्टेशन पर पानी सप्लाई करने बीना नदी के किनारे रेलवे का पंप हाउस बना हुआ है। पंप हाउस तक पानी लाने करीब 100 मीटर कैनाल बनाई गई है। गर्मी के सीजन में नदी का जलस्तर कम होने से कैनाल से पंप हाउस में पानीआना कम हो जाता है। रेलवे को रोज पश्चिमी, पूर्वी रेलवे कॉलोनी के साथ रेलवे स्टेशन पर 40 लाख लीटर पानी सप्लाई करना पड़ता है लेकिन कैनाल से पानी कम आने के कारण करीब 30 लाख लीटर पानी ही सप्लाई हो पा रहा है।
कैनाल में पानी का फ्लो बढ़ाने रेलवे ने सिल्ट हटाने शुरू करा दी है, बावजूद इसके जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते रेलवे ने पानी लिफ्ट करने की तैयारी कर ली है। इंजीनियरिंग विभाग ने पंप रखने प्लेटफॉर्म तैयार कर दिया और इलेक्ट्रिकल विभाग पंप लगाकर टेस्टिंग कर ली है। अधिकारियों का कहना है कि बुधवार से पानी लिफ्ट करना शुरू कर देंगे।
7 साल पहले 2018 में बुलाना पड़ा था रैक
तेजी से गिरते बीना नदी के जलस्तर को लेकर रेलवे अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है, यदि 15 जून तक अच्छी बारिश नहीं हुई तो रेलवे स्टेशन पर जलसकंट गहरा सकता है। इसी तरह की स्थिति 2018 में बनी थी। कैनाल सूखने और पानी लिफ्ट करने के बाद भी स्टेशन और रेलवे कॉलोनियों में जरूरत के मुताबिक पानी सप्लाई नहीं हो पा रहा था।
इसके चलते रेलवे को रानी कमलापति स्टेशन से पानी का रैक बुलाना पड़ा था। हालांकि रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस साल रैक बुलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, आवश्यकता के अनुसार अतिरिक्त पंप रखकर पानी लिफ्ट किया जाएगा।
रेलवे स्टेशन पर नहीं रुक रही पानी की बर्बादी
जल संकट को लेकर बड़ा सवाल यह है कि नदी का जलस्तर कम होने और पानी लिफ्ट करने की नौबत आने के बाद भी स्टेशन पर पानी की बर्बादी नहीं रुक रही है। जगह-जगह टॉटियों से पानी बह रहा और हाइडेंट पाइप से प्लेटफॉर्म धोए जा रहे हैं। इसके अलावा पंप हाउस से आने वाली पाइप लाइन में जगह-जगह लीकेज हैं। इससे रोज हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, बावजूद इसके मरम्मत नहीं कराई जा रही है।
जरूरत के मुताबिक पानी लिफ्ट किया जाएगा
कैनाल की सिल्ट हटाने के बाद फ्लो बढ़ गया है। दो पंप लगाकर टेस्टिंग कर करा ली है। 3 पंप और रखने की तैयारी है। जरूरत के मुताबिक पानी लिफ्ट किया जाएगा, जलसंकट की स्थिति नहीं बनेगी। नवल अग्रवाल, पीआरओ, रेल मंडल, भोपाल