Barwani News: सब्जियों ने बढ़ाई आय, 90 प्रतिशत किसान कर रहे खेती
Barwani News: जिले के अंतिम छोर पर बसा नागलवाड़ी गांव भीलटदेव के मंदिर से प्रसिद्ध है। यहां पर पूरे देश से भक्त दर्शन करने आते हैं। भीलटदेव मंदिर के साथ नागलवाड़ी की पहचान यहां का टमाटर और सब्जियां बन चुकी है। 15 साल पहले किसानों ने परंपरागत खेती करना छोड़कर टमाटर और सब्जियों की खेती करना शुरू किया। इससे किसानों की आय भी बढ़ी। वहीं कई मजदूरों को गांव में ही काम मिला।
ग्राम नागलवाड़ी में 15 साल पहले किसान सीमित स्तर पर जरूरत के हिसाब से सब्जियां उगाते थे। किसान इसे साप्ताहिक हाट बाजार में लोगों की जरूरत के हिसाब से बेचते थे। गांव के अन्य किसान पारंपरिक खेती कर गेहूं, मक्का, कपास सहित सीजन के हिसाब फसल लगाते थे। गांव के किसान मुकेश गेहलोत ने बताया वर्ष 2010 के बाद किसानों ने टमाटर सहित अन्य सब्जियों की खेती करना शुरू किया।
अब नागलवाड़ी में 90 फीसदी 400 से अधिक किसान टमाटर सहित सब्जियों की खेती कर रहे हैं। इससे किसानों की आय बढ़ी। प्रति एकड़ एक लाख रुपए से ज्यादा का मुनाफा होता है। इससे हजारों मजदूरों को काम व रोजगार मिला। ग्राम में व्यापारियों का व्यापार भी बढ़ा। रोजाना नागलवाड़ी व आसपास के क्षेत्रों से 1500 से अधिक मजदूरों को वाहनों से लाया जाता है। सितंबर माह में टमाटर की खेती शुरू की जाती है।
वहीं बारिश के समय में खीरा, बैंगन, मिर्च, करेला का उत्पादन करते हैं। नागलवाड़ी में 3 हजार एकड़ क्षेत्र में टमाटर व सब्जियों की खेती हो रही है। टमाटर व सब्जियां यहां से पंजाब, महाराष्ट्र, हरियाणा, उप्र, तमिलनाडु और जम्मू कश्मीर तक भेजी जाती है। नागलवाड़ी के किसानों को उन्नत खेती देखकर अन्य गांव के लोगभी टमाटर व सब्जियों की खेती करने लगे हैं।