एमपी में राशन वितरण को लेकर अपडेट, अब 61.43 लाख लोगों को नहीं मिलेगा राशन
केंद्र सरकार की सती के बाद खाद्य विभाग ने ‘ ई-केवायसी कराओ, राशन ले जाओ ’ अभियान शुरू किया है। जून माह में विभाग ने प्रदेश के 61.43 लाख सदस्यों के खाद्यान्न की सब्सिडी रोक दी है। मार्च से अब तक ई-केवायसी के दौरान 6.88 लाख अपात्र सदस्यों को हटा दिया है।
इसमें मृतक, विवाहित और पलायन वाले लोग शामिल हैं। ई-केवायसी की प्रक्रिया पूरी होने पर अपात्रों की संख्या बढ़ सकती है। प्रदेश में सबसे अधिक बड़वानी, आलीराजपुर, भिंड और रीवा में हटाए गए हैं।
61.43 लाख ने नहीं कराई केवायसी
प्रदेश में 5 करोड़ 38 लाख सदस्यों को सब्सिडी का खाद्यान्न मिलती है। जून माह से पीडीएस का नया सिस्टम शुरू किया गया। मार्च से ई-केवायसी का विशेष अभियान शुरू हुआ। 3 जून की स्थिति में 61. 43 लाख सदस्यों की ई-केवायसी नहीं हुई।
इससे चालू माह का राशन पर रोक लगाते हुए कहा है कि ई-केवायसी कराओ राशन ले जाओ। पीओएस मशीन में अपात्र सदस्यों का नाम हटाने अपडेट की प्रक्रिया शुरू की है। मानसून सत्र में प्रत्येक पात्र सदस्य को जून, जुलाई और अगस्त माह का राशन एक साथ मिलेगा। एक जून से पोर्टल अपडेट हो रहा है। इसमें हटाए गए अपात्रों के नाम हटाया जा रहा है। इस लिए वितरण शुरू नहीं हो सका है। इस सप्ताह में जल्द ही वितरण शुरू करने की तैयारी है।
टॉप-4 सबसे अधिक वाले जिले
जिला इ-केवायसी नहीं हटाए गए
रीवा 149896 47716
बड़वानी 135179 44258
आलीराजपुर 127065 33668
भिंड 159882 33521
टॉप-4 सबसे कम वाले जिले
जबलपुर 216269 2801
मैहर 92843 926
निवाड़ी 41198 943
बैतूल 116693 6951