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जिले में बिना एचएसआरपी नंबर प्लेट के दौड़ रहे हजारों वाहन, डीलरों को नोटिस

 

Damoh News: दमोह जिले में एक लाख 8 हजार 439 वाहनों का पंजीकरण पिछले 15 सालों में हुआ है। इनमें से करीब 39 हजार 718 वाहनों पर अभी भी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) नहीं लगी है। सुप्रीम कोर्ट और परिवहन विभाग ने साफ कर दिया है कि बिना एचएसआरपी नंबर प्लेट वाले वाहनों के सभी काम—जैसे फिटनेस सर्टिफिकेट, परमिट नवीनीकरण और आरसी में बदलाव—रोक दिए जाएंगे।

हालांकि, वाहन मालिक रजिस्ट्रेशन कराने के बाद नंबर प्लेट लगवाने नहीं आ रहे हैं। यह समस्या सिर्फ बाइक की नहीं है, बल्कि चार पहिया वाहनों और ट्रकों में भी देखी जा रही है। अब तक 68 हजार 711 वाहनों में नंबर प्लेट लग चुकी है। आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल 2019 से 2022 के बीच खरीदे गए वाहनों की प्लेटें बदल दी गई हैं, लेकिन पुराने वाहनों में सुधार नहीं हो रहा।

डीलरों के अनुसार, नंबर प्लेटें उपलब्ध हैं, लेकिन वाहन मालिक इन्हें लगवाने नहीं आ रहे। कई बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग प्लेट लगाने नहीं आते। नई गाइडलाइन के अनुसार, जिन वाहनों पर एचएसआरपी नहीं लगी होगी, उनके परिवहन संबंधी काम अब नहीं होंगे। पीयूसी प्रमाणपत्र, स्वामित्व परिवर्तन, पता सुधार, फिटनेस प्रमाण-पत्र और डुप्लीकेट परमिट जैसी सेवाएं भी बंद रहेंगी।

आरटीओ ने शहर के डीलरों को कई बार नोटिस दिए हैं और पेंडेंसी जांचने का जिम्मा भी दिया गया है। जिन वाहनों में नंबर प्लेट नहीं होगी, उन्हें परिवहन कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।

एचएसआरपी नंबर प्लेट हाई क्वालिटी और टेम्पर-प्रूफ होती है। इसमें यूनिक लेजर कोड होता है, जो चोरी और फर्जी नंबर प्लेट को रोकता है। ट्रैफिक कैमरों से वाहन की सटीक पहचान आसान हो जाती है और नियम पालन में मदद मिलती है।

इस अभियान से पुराने वाहनों की नंबर प्लेट बदलकर सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। डीलरों और अधिकारियों का कहना है कि वाहन मालिक स्वयं प्लेट लगवाने के लिए आकर सहयोग करें, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत या जुर्माने से बचा जा सके।