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Chhatarpur News: आर्दश ग्राम पंचायत रामगढ़ की आबादी 2500, यहां 5 में से हैंडपंप 3 सूख चुके

 

Chhatarpur News: छतरपुर जनपद की ग्राम पंचायत रामगढ़ को आदर्श पंचायत का दर्जा मिला है। इसके बावजूद गांव में पानी की भारी किल्लत है। गर्मी शुरू होते ही जलसंकट गहराने लगता है। गांव मुख्यालय के पास है, फिर भी जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। जल जीवन मिशन की योजना दो साल पहले शुरू हुई थी, लेकिन अब तक अधूरी पड़ी है।

रामगढ़ की आबादी 2500 है। गांव में 5 हैंडपंप हैं। इनमें से 3 सूख चुके हैं। एक बोरवेल में मोटर डालकर ग्रामीण पानी भरते हैं। बिजली कटते ही पानी मिलना बंद हो जाता है। एक बर्तन पानी के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। महिलाएं, युवतियां और पुरुष खेतों से पानी लाकर गुजारा कर रहे हैं।

छतरपुर जनपद की ही ग्राम पंचायत हिम्मत्पुरा में भी हालात खराब हैं। यहां की आबादी 3900 है। गांव में 21 हैंडपंप लगे हैं। इनमें से 14 सूख चुके हैं। बाकी 7 हैंडपंप भी रुक-रुक कर पानी दे रहे हैं। इससे लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है।

गांव के माता मंदिर के पास लगा हैंडपंप भी खराब है। मंगलवार को यहां 10 गांवों से श्रद्धालु आते हैं। गर्मी में उनके लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। हैंडपंप की मरम्मत नहीं हो रही। इससे श्रद्धालुओं की संख्या घट रही है।

गांव की भूरी साहू, ममता विश्वकर्मा और गोरीबाई प्रजापति ने बताया कि पंचायत की ओर से टैंकर नहीं भेजे जा रहे। लोग खेतों से पानी भरने को मजबूर हैं। जल जीवन मिशन के तहत सप्लाई भी नहीं हो रही। पानबाई अहिरवार और मंदना ने बताया कि गर्मी शुरू होते ही गांव में जलसंकट गहराने लगता है। मजदूरी के साथ-साथ हैंडपंप और निजी कुओं से पानी भरना पड़ता है। तेज गर्मी से जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है।
मवेशियों को हो रही है पानी की समस्या

रामगढ़ गांव के नंदराम बंसल, जन्ननाथ अहिरवार, पुष्पेंद्र अहिरवार ने बताया कि गांव में अधिकांश गरीब और माध्यम परिवार के लोग निवास करते है। जिन्हें पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। यह सिलसिला गर्मियों के दिन में हमेशा चलता रहता है। यह परेशानी ग्रामवासियों को इसलिए है क्योंकि नल जल योजना के पाइप लाइन अभी तक अधूरी पड़ी है। गांव के पास से नदी निकली, लेकिन सूख गई है। जिससे जानवरों को प्यास बुझाने में दिक्कत हो रही है।