हिमाचल में उगने वाला आड़ू अब टीकमगढ़ की जमीन पर भी लहरा रहा
Tikamgarh News: हनुमान सागर गांव के एक युवा किसान ने पारंपरिक खेती से हटकर फल और फूलों की आधुनिक खेती शुरू की है।आईटीआई, बीटेक और पॉलिटेक्निक जैसे तकनीकी कोर्स करने के बावजूद उन्होंने खेती को प्राथमिकता दी और इसे लाभकारी बनाने की दिशा में काम किया।
कोरोना काल से पहले एक एकड़ में 1000 गुलाब के पौधे लगाकर फूलों की खेती की शुरुआत की। शुरुआत में कुछ पौधे खराब हुए, लेकिन प्रयास जारी रखे गए। धीरे-धीरे फूलों का उत्पादन अच्छा होने लगा, जिससे प्रोत्साहित होकर फलों की खेती की ओर भी कदम बढ़ाया गया।
उन्होंने अमरूद, पपीता, अंजीर के अलावा हिमाचल में उगने वाले सेब और आड़ू के पौधे राजस्थान के जैसलमेर से मंगवाए। खेत में 20 सेब के पौधों के साथ एक आड़ू का पौधा भी लगाया गया, जिसने दो वर्षों में ही फल देना शुरू कर दिया।
एक आड़ू के पेड़ से करीब 20 किलो फल मिला, जिससे उत्साहित होकर अब 100 और आड़ू पौधों का ऑर्डर दिया गया है।उनका कहना है कि टीकमगढ़ की जलवायु आड़ू के लिए अनुकूल है और पौधों में किसी तरह की बीमारी नहीं आती। वे अन्य किसानों को भी फूल और फलों की खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं।