Chhatarpur News: लैब का एसी खराब होने से मशीनें हो रहीं बंद
Chhatarpur News: जिले अस्पताल परिसर स्थित इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब का एसी बीते एक माह से खराब पड़ा है। जिससे लैब के अंदर का टेंपरेचर 31 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है। जबकि यहां मौजूद मशीनों को संचालित करने के लिए 17 डिग्री टेंपरेचर की जरूरत होती है। इस समस्या के चलते जिला अस्पताल आने वाले मरीजों की जांच रिपोर्ट दूसरे दिन मिल पा रही है। इस बात की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को होने के बाद भी समय रहते सुधार नहीं कराया जा रहा।
बता दें कि जिला अस्पताल में संचालित इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब में पांच प्रकार की मशीनें संचालित कर 90 प्रकार की जांच निशुल्क की जाती है। इन जांचों को कराने प्रतिदिन लैब में 150 मरीज पहुंचते है। इस दौरान प्रत्येक मरीज की कम से कम 10 प्रकार की जांच होती है। इस प्रकार एक दिन में 1500 जांचें होती है।
जिसके आधार पर ड्यूटी डॉक्टर संबंधित मरीज को उपचार देता है। लेकिन बीते एक माह से लैब के अंदर का टेंपरेचर मेनटेन करने के लिए लगाए गए दो एसी खराब पड़े है। इस मामले की लैब प्रभारी और कर्मचारी बार-बार अस्पताल प्रबंधन को शिकायत कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा। जिससे एक से दो घंटे में मिलनेवाली जांच रिपोर्ट दूसरे दिन मिल पा रही है।
जिला अस्पताल स्थित लैब में फुल्ली ऑटोमेटिक बीए-400 मशीन स्थापित है। जिससे एलएफटी आरएफटी, लिपिड प्रोफाइल और ब्लड शुगर सहित ब्लड की विभिन्न प्रकार की जांच होती है। एडविया सेंटॉर सीपी मशीन एक इम्यूनोएसे सिस्टम है। जिसमें मुख्य रूप से विभिन्न संक्रामक रोगों की जांच जैसे एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और सी, थाइरोइड, विटामिन डी और विटामिन बी-12 की जांच करती है।
सीबीसी 5 पार्ट एनालाइजर मशीन रक्त के नमूनों में विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं की संख्या और प्रकारों को मापता है। यह मशीन ब्लड की लाल रक्त कोशिकाओं, प्लेटलेट्स और सफेद रक्त कोशिकाओं के 5 विशिष्ट प्रकारों (न्यूट्रोफिल्स, लिंफोसाइट्स, मोनोसाइट्स, इओसिनोफिल्स और बेसोफिल्स) की जांच करती है। डी- 10 मशीन हीमोग्लोबिन, इलेक्ट्रोफोरेसिस और एचबीए-1 सी की जांच करती है।
यूरिन एनालाइजर मशीन मूत्र में मौजूद विभिन्न पदार्थों का विश्लेषण कर मूत्र में ग्लूकोज, प्रोटीन, कीटोन, बिलीरुबिन, रक्त कोशिकाएं और पीएच स्तर जैसे विभिन्न घटकों की जांच करती है। इस मशीन का उपयोग मूत्र पथ के संक्रमण, गुर्दे की बीमारी और मधुमेह की जांच किया जाता है।
सुधार के लिए प्रबंधन को लिखा
एसी खराब होने से लैब कक्ष का टेंपरेचर अधिक रहता है, इसलिए मशीनें बार-बार बंद हो जाती है। सुधार करने अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखा है। उन्होंने जल्द ही कर्मचारी को भेजकर सुधार करने कहा है। - डॉ. श्वेता गर्ग, लैब प्रभारी जिला अस्पताल
अगले सप्ताह तक सुधार हो जाएगा
लैब के एसी खराब है, इस संबंध में सिविल सर्जन को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने इंजीनियर को बुलाकर जल्द सुधार कराने की बात कही है। अगले सप्ताह तक लैब के एसी में सुधार कर चालू करा दिए
जाएंगे। स्वतंत्र त्रिपाठी, इलेक्ट्रिकल प्रभारी, जिला अस्पताल