Movie prime

Chhatarpur News: रनगुवां गांव के किसानों को बांध खाली होने पर ही होता है मुनाफा

 

Chhatarpur News: जिला मुख्यालय से 48 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत रनगुवां स्थित है। गांव से निकलने वाली बने नदी पर बांध का निर्माण किया गया है। यह रनगुवां बांध के नाम पर प्रसिद्ध है। बांध के घाट पर ही पवित्र मंदिर भी मौजूद है। इस बांध के डूब क्षेत्र में रनगुवां के साथ ही आस पास के कुछ अन्य गांवों की जमीन शामिल है पर नहरों से सिंचाई के रूप में यहां के किसानों को बांध का कोई फायदा नहीं मिल रहा है।

दरअसल बांध के अपर स्ट्रीम में खेती की जमीन है, डाउन स्ट्रीम के ज्यादातर हिस्से में वन भूमि है। इस कारण यहां के किसानों को तभी फायदा मिल पाता है जब बांध खाली होता है। बांध खाली होने पर किसानों की डूब क्षेत्र की जमीन बाहर निकल आती है। इस कारण इस जमीन पर किसान बोवनी कर लेते हैं।

इस साल कम बारिश होने के कारण रनगुवां बांध में मात्र 35 फीसदी पानी ही आया है। इस कारण बांध के डूब क्षेत्र का ज्यादातर इलाका खाली था। इसका फायदा किसानों को मिला है। किसानों ने रबी सीजन में गेहूं की फसल का शानदार उत्पादन लिया है। वर्तमान में तीसरी सफल के लिए बड़ी संख्या में किसानों ने बांध में फसलें लगाई हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि करीब 500 एकड़ क्षेत्र में फसलें लगी हैं। इनमें उड़द, मूंग, तरबूज, खरबूज और सब्जियों की बोवनी की गई है। किसानों ने बताया कि बांध की जमीन में ह्यूमस की मात्रा अच्छी है। इस कारण मिट्टी बेहद उपजाऊ है। किसानों को कम लागत में ही अच्छा फायदा मिल जाता है।


मछली पालन में 50 फीसदी की गिरावट आई
हालांकि बांध में पानी कम होने के कारण मछली पालन करने वालों को नुकसान हो रहा है। मछली पालन को नुकसान हुआ है। मछली पालन में 50 फीसदी की गिरावट आई है। रनगुवां गांव में कृषि के अलावा मछली पालन ही रोजगार का दूसरा प्रमुख साधन है। ग्राम पंचायत रोजगार के साधन विकसित करने में असफल है।