शिक्षक नहीं आते स्कूल, बच्चों की पढ़ाई पर संकट
Chhatarpur News: जतारा ब्लॉक की दो सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 3, 4 और 5 के बच्चों की पढ़ाई गंभीर संकट में है। निरीक्षण में पाया गया कि बच्चों को न तो हिंदी पढ़ना आती है और न ही दो अंकों के जोड़-घटाना की मूल संक्रियाएं समझ में आती हैं।
15 जुलाई को जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारी ने शासकीय प्राथमिक शाला आदिवासी खिरक करमौरा का आकस्मिक निरीक्षण किया। कुल 20 बच्चों में से केवल 4 बच्चे उपस्थित थे। बच्चों से पढ़ाई संबंधी पूछताछ में उनकी अकादमिक स्थिति बेहद कमजोर पाई गई। स्कूल की उपस्थिति पंजी में शिक्षक सुषमा जैन के हस्ताक्षर होने के बावजूद वे शाला में अनुपस्थित पाईं गईं।
इसी तरह शासकीय प्राथमिक शाला सौरयाना करमौरा में भी निरीक्षण में 56 में से केवल 3 बच्चे उपस्थित मिले। कक्षा 5 की छात्रा अनामिका यादव को हिंदी पढ़ने में कठिनाई हो रही थी। यहां शिक्षक मीरा यादव भी अनुपस्थित पाई गईं।
इन अव्यवस्थाओं के मद्देनजर कलेक्टर ने शिक्षक सुषमा जैन और मीरा यादव को नोटिस जारी किया। उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। इसके परिणामस्वरूप दोनों शिक्षकों की दो वार्षिक वेतनवृद्धि असंयोजित प्रभाव से रोक दी गई है।
बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने और शिक्षकों की गैरहाजिरी के कारण यह मामला शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन के लिए गंभीर चेतावनी है।