मप्र के 9 लाख घरों में सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य
MP News: प्रधानमंत्री सूर्य योजना को लागू हुए 15 महीने हो चुके हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में अब तक सिर्फ 33,186 घरों में ही सोलर पैनल लग सके हैं। दूसरी ओर 70,000 से ज्यादा आवेदन अब भी पेंडिंग हैं, जिन्हें पैनल के लिए मंजूरी मिलने का इंतजार हैं। बता दें कि इस योजना के तहत सरकार का उद्देश्य देशभर में 1 करोड़ घरों को हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करना है।
प्रदेश को इसके लिए लिखित रूप में कोई लक्ष्य नहीं मिला है, है, लेकिन मध्य प्रदेश ने अपने लिए कुल कनेक्शन का 7 फीसदी लक्ष्य निर्धारित किया है, जो करीब 9 लाख होता है। यानी 2027 तक प्रदेश में 9 लाख घरों तक सोलर ऊर्जा पहुंचाने का टारगेट है और शुरुआती 15 महीने में महज 3.7% लक्ष्य की पूर्ति हुई है।
सब्सिडी 2 महीने बाद, खर्च तुरंत यहीं थमी रफ्तारः योजना के तहत औसतन 3 किलोवॉट के सोलर सिस्टम की लागत करीब 2 लाख रुपये आती है। इसमें सरकार 78,000 रुपये तक की सब्सिडी देती है, लेकिन ये रकम 15 से 2 महीने बाद लाभार्थी के खाते में आती है। ऐसे में मिडिल क्लास परिवारों को शुरुआत में पूरी लागत खुद उठानी पड़ती है, जो उनके लिए आसान नहीं। जानकार बताते हैं कि एकमुश्त 2 लाख रुपये देने के बाद घर का बजट बिगड़ने के डर से एक बड़ा वर्ग अब भी इससे दूरी बनाए हुए है। 6400 परिवारों को सब्सिडी का इंतजार: पीएम सूर्य योजना के तहत अब तक केवल 26,785 परिवारों को सब्सिडी जारी हो सकी है। यानी लगभग 6,400 परिवार आज भी पैसे का इंतजार कर रहे हैं, जबकि उन्होंने इंस्टॉलेशन पूरा करवा लिया है।
सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई की ओर से बैंकों को सोलर सिस्टम लगवाने के लिए लोगों को लोन देने के लिये भी कहा है। लेकिन लोग अभी लोन लेने से भी बच रहे हैं।पूर्व क्षेत्र सबसे पीछे, पश्चिम क्षेत्र आगे; मध्य में भी फंसी फाइलेंः प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों का प्रदर्शन एक जैसा नहीं क जैसा नहीं है। पूर्व क्षेत्र, जिसमें जबलपुर, रीवा, कटनी जैसे जिले आते हैं, वहां अब तक सिर्फ 7190 पैनल लगे हैं और 17,960 से ज्यादा आवेदन पेंडिंग हैं।
मध्य क्षेत्र जिसमें भोपाल, विदिशा, सागर, ग्वालियर शामिल हैं,अपेक्षाकृत बेहतर रहा। यहां 12,405 घरों में पैनल इंस्टॉल हुए हैं, लेकिन 21,486 आवेदन अब भी प्रोसेसिंग में हैं। पश्चिम क्षेत्र यानी इंदौर, उज्जैन, देवास क्षेत्र ने 13,591 इंस्टॉलेशन के साथ ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है, लेकिन यहां भी 30,484 एप्लिकेशन अटके हैं।
हर साल लगने चाहिए 2 लाख पैनलः प्रदेश में सोलर पैनल लगाने की रफ्तार अभी बेहद धीमी है। यदि यही रफ्तार रही तो 2027 के अंत तक प्रदेश में 71 हजार और पैनल इंस्टॉल हो पाएंगे। यदि 2027 तक लक्ष्य पूरा करना है, तो सरकार को हर साल कम से कम 2 लाख घरों में सोलर पैनल लगाने होंगे। मौजूदा रफ्तार को देखें तो लक्ष्य पूरा करने के लिए 6 गुना तेजी की जरूरत होगी।