कुएं के पानी से उल्टी-दस्त का संदेह, स्वास्थ्य टीम ने तुरंत पहुँचकर उपचार व दवा दी
Guna News: ग्राम परबारिया में एक सामुदायिक कुएं का पानी पीने के बाद कई ग्रामीणों में सर्दी-जुकाम तथा उल्टी-दस्त के लक्षण सामने आने की शिकायतों पर स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हुआ। सूचना पाते ही मेडिकल ऑफिसर डॉ. दीपेश धाकड़ के नेतृत्व में सुपरवाइजर गुलाबचंद प्रजापति की टीम तुरंत गाँव पहुँची और प्रभावित लोगों का त्वरित प्राथमिक उपचार प्रारम्भ कर दिया। टीम ने रोगियों को आवश्यक दवाइयाँ और ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) वितरित किए तथा घर-घर जाकर स्वास्थ्य सर्वे भी किया।
स्थानीय निवासियों और पूर्व सरपंच ने बताया कि हालिया मौसम बदलाव और अतिवृष्टि के चलते कुएं के आसपास रेत व मिट्टी मिलने से पानी की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। इस संदर्भ में नगर परिषद को सूचित कर सीएमओ वीरेंद्र चक्रवर्ती की उपस्थिति में कुएं का पानी के नमूने लिए गए और उन्हें पीएचसी प्रयोगशाला को जांच हेतु भेजा गया, ताकि जल की शुद्धता और किसी तरह के रोगजनकों की उपस्थिति की पुष्टि हो सके।
स्वास्थ्य टीम ने ग्रामीणों को निर्देश दिए कि तब तक कुएं का पानी न पिएं, पानी उबाल कर या फिल्टर करके ही उपयोग करें, हाथों की सफाई और खाने-पीने में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। गंभीर लक्षण दिखने पर तत्काल नज़दीकी स्वास्थ्य केन्द्र से संपर्क कर आवश्यक उपचार कराएँ। टीम ने बताया कि अब तक चार मरीजों का प्राथमिक उपचार सफलतापूर्वक किया गया है और उनकी स्थिति स्थिर है।
नगर परिषद व स्वास्थ्य निरीक्षकों द्वारा कुएं की सफाई तथा आस-पास की नसबन्दी जैसी रोकथाम संबंधी गतिविधियाँ आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही समुदाय में जल-स्वच्छता और रोग-प्रतिरोधक व्यवहार के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु नियमित दौरे और सूचना प्रसार किये जाएंगे। अधिकारियों ने निवेदन किया है कि किसी भी संदिग्ध लक्षण की स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया जाए ताकि समय पर कार्रवाई कर संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। टीम ने बताया कि अगले सप्ताह नियमित जल परीक्षण व साफ-सफाई अभियानों की रूपरेखा तैयार की जाएगी; समय रहते कदम उठाने से समस्या पर नियंत्रण सम्भव है और आवश्यक है।