284 में से 214 बुजुर्गों को घर वापसी करवा चुके समाजसेवी, वृद्धाश्रम में मिल रही देखभाल
Chhatarpur News: छतरपुर जिले में संचालित दर्शना वृद्धाश्रम 2003 से बुजुर्गों की सेवा में कार्यरत है। इस आश्रम की प्राथमिकता न सिर्फ बुजुर्गों की देखभाल करना है, बल्कि उन्हें फिर से उनके परिवारों से जोड़ना भी है। अब तक 284 बुजुर्ग यहां आए हैं, जिनमें से 214 को समाजसेवियों ने उनके परिजनों के पास वापस पहुंचाया है।
दर्शना समिति के सचिव राजेश गुप्ता ने बताया कि कई बार परिजन बुजुर्गों की मृत्यु के बाद उनका शव तक लेने नहीं आते। ऐसे मामलों में संस्था अंतिम संस्कार भी अपने खर्चे पर कराती है। अब तक 40 बुजुर्गों का अंतिम संस्कार संस्था द्वारा कराया जा चुका है। समिति पिंडदान और तेरहवीं जैसे कर्म भी करती है।
वर्तमान में वृद्धाश्रम में 18 महिलाएं और 9 पुरुष सहित कुल 27 बुजुर्ग रह रहे हैं। इन्हें सुबह नाश्ता और दोनों समय पौष्टिक भोजन दिया जाता है। देखभाल के लिए कर्मचारी और एक मैनेजर नियुक्त हैं। समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जाते हैं ताकि किसी बीमारी की पहचान समय पर हो सके।
मनोरंजन के लिए कैरम, लूडो जैसे गेम और अलग-अलग एलईडी टीवी उपलब्ध हैं। भजन मंडली के लिए संगीत उपकरण जैसे ढोलक, मंजीरा और झांझ भी रखे गए हैं। शाम को वृद्ध भजन कर अपना समय बिताते हैं।