पशु चिकित्सालय में रैबीज वैक्सीन की कमी, पालक खरीद रहे बाजार से
Chhatarpur News: पथरिया क्षेत्र में आवारा कुत्तों द्वारा जानवरों पर हमले बढ़ गए हैं। पशु पालक अपने जानवरों को सुरक्षित रखने के लिए पशु चिकित्सालय जाते हैं, लेकिन वहां रैबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसके कारण उन्हें वैक्सीन बाजार से खरीदनी पड़ रही है।
जानकारी के अनुसार, 2008 के बाद से मध्यप्रदेश के शासकीय पशु अस्पतालों में रैबीज वैक्सीन की सप्लाई बंद हो गई है। पहले यह वैक्सीन महू जिले में तैयार होती थी, लेकिन उत्पादन बंद होने के कारण अब सप्लाई नहीं हो रही। महू से बनने वाली वैक्सीन का असर छह महीने तक रहता था, जबकि बाजार में मिलने वाली वैक्सीन का असर लगभग एक वर्ष तक रहता है।
शासकीय अस्पतालों में वैक्सीन न मिलने के कारण पशुपालकों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार जानवरों की सुरक्षा के लिए शासकीय अस्पतालों में रैबीज वैक्सीन की व्यवस्था तुरंत करे।
कन्हैया यादव, शिवा यादव, महेंद्र यादव और सौरभ अहिरवार ने कहा कि यह आवश्यक है ताकि आवारा कुत्तों और अन्य खतरों से पशुओं को सुरक्षा मिल सके।