रतलाम। नजर निहाल आश्रम औंकारेश्वर और नित्यानन्द आश्रम के पूज्य संत श्री नर्मदानन्द बाप जी अपनी आठवीं नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा पर चल रहे हैैं। बीती 5 अक्टूबर को औंकारेश्वर के गौघाट से प्रारंभ हुई नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा में पूज्य बाप जी अब तक लगभग डेढ हजार किमी की पदयात्रा कर चुके है। उनकी यात्रा के दौरान अनेक स्थानों पर विशीष्ट जन,जन प्रतिनिधि इत्यादि भी नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा में शामिल हो रहे है।
पूज्य संत श्री नर्मदानन्द बाप जी इससे पहले सात बार नर्मदा परिक्रमा कर चुके हैैं। उन्होने दो बार पैदल नर्मदा परिक्रमा की है,जबकि पांच बार उन्होने वाहन से नर्मदा मैया की परिक्रमा की है। अपनी आठवीं नर्मदा परिक्रमा का संकल्प बाप जी ने कई दिनों पहले लिया था। जब नर्मदानन्द बाप जी के नर्मदा परिक्रमा के संकल्प की जानकारी उनके भक्तों को मिली तो कई भक्तों ने भी गुरुदेव के साथ नर्मदा परिक्रमा करने का निश्चय किया। इस समय लगभग 40 से अधिक भक्त जन उनके साथ नर्मदा परिक्रमा कर रहे है।

पांच अक्टूबर को औंकारेश्वर के गौ घाट से प्रारंभ हुई उनकी नर्मदा परिक्रमा का आरंभ नर्मदा के दक्षिण तट से हुआ था। औंकारेश्वर से उनकी परिक्रमा यात्रा बडवानी,शूलपाणि के घनघोर जंगल से होते हुए गुजरात के अनेक गांवों से होते हुए दहेज में उस स्थान पर पंहुची,जहां नर्मदा मैया का समुद्र में मिलन होता है। नर्मदा परिक्रमा की विशेषता यह होती है कि परिक्रमा यात्रा के दौरान नर्मदा मैया को कहीं से भी पार नहीं किया जाता। इसलिए परिक्रमा यात्री समुद्र में नौकाओं से नर्मदा के दूसरे तट पर पंहुचते है और फिर यात्रा का दूसरा हिस्सा प्रारंभ होता है।
आजकल बाप जी की नर्मदा परिक्रमा यात्रा फिर से मध्यप्रदेश में प्रवेश कर चुकी है। इन दिनों वे नेमावर वाले इलाके से गुजर रहे है। नर्मदा परिक्रमा की इस यात्रा में बाप जी प्रतिदिन 25 से 35 किमी की पदयात्रा करते है। यात्रा के दौरान प्रत्येक रात्रि विश्राम स्थल पर सत्संग इत्यादि के कार्यक्रम होते है। संत्संग में आए श्रद्धालुओं को बाप जी नर्मदा मैया के महत्व को रेखांकित करते हुए देश हित में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करते है।
नर्मदा परिक्रमा की यात्रा लगभग साढे तीन हजार किमी की होती है। संत श्री नर्मदानन्द बाप जी ने कुल 108 दिनों में नर्मदा परिक्रमा पूरी करने का संकल्प लिया है। उनकी यात्रा का समापन नर्मदी जयंती से कुछ पहले जनवरी 2026 में औंकारेश्वर में होगा।
बाप जी की यात्रा में कई स्थानों पर देश और प्रदेश के विशीष्ट जन पंहुच कर बाप जी के आशीर्वाद ले रहे है। अभी कुछ ही दिन पहले प्रदेश के केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय,इन्दरसिंह परमार,भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रदीप पाण्डेय,पूर्व मंत्री कमल पटेल विधायक आशीष शर्मा,हरिनारायण यादव इत्यादि विशीष्ट जन नेमावर में संत श्री नर्मदानन्द बाप जी का आशीर्वाद लेने पंहुचे थे। इस मौके पर नर्मदा पूजन कर कन्या भोज का भी आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि नर्मदानन्द बाप जी नर्मदा परिक्रमा यात्राओं के अतिरिक्त द्वादश ज्योतिर्लिंग की 12 हजार किमी की पदयात्रा और कश्मीर से अयोध्या के राम जन्मभूमि मन्दिर तक की पदयात्रा भी कर चुके है। उनकी इन पदयात्राओं ने भी पूरे देश में आध्यात्मिक माहौल तैयार कर दिया था। बाप जी अपनी पदयात्राओं के दौरान राष्ट्र प्रथम के विचार को सबसे आगे रखते है और हिन्दुत्व का जागरण का उद्देश्य लेकर यात्राएं करते हैैं।

