बारिश में जलभराव से परेशान छतरपुर की सड़कें, नालियों की कमी बनी बड़ी समस्या
Chhatarpur News: छतरपुर शहर में सड़क निर्माण कार्यों को लेकर जिम्मेदार विभागों की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है। कहीं नालियां बनी ही नहीं हैं, तो कहीं निकासी की व्यवस्था अधूरी छोड़ दी गई है। नतीजा यह है कि थोड़ी सी बारिश होते ही शहर के प्रमुख मार्ग तालाब में बदल जाते हैं। इससे न सिर्फ आवाजाही प्रभावित होती है, बल्कि बनी-बनाई सड़कों की उम्र भी घट रही है।
शहर में लोक निर्माण विभाग और नगर पालिका ने कई जगह सीसी व डामर की सड़कें बनवाई हैं। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि इंजीनियर एस्टीमेट तैयार करते समय मौके पर स्थिति का आकलन नहीं करते। पुराने नक्शे को संशोधित कर नए प्रोजेक्ट बना दिए जाते हैं। इसी वजह से बरसात आते ही इन सड़कों की असली तस्वीर सामने आ जाती है। पानी जमा होने से बार-बार सड़कें उखड़ रही हैं और लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
हनुमान टोरिया से लेकर पठापुर रोड तिराहा और पुराना बिजावर नाका तक बनी डिवाइडर सड़क पर भी यही हाल है। मुक्तिधाम के पीछे नाली का निर्माण नहीं हुआ, जिसके कारण बारिश का पानी सीधे सड़क पर भर जाता है। वहीं, न्यायालय तक बने चौड़ीकरण में लेवलिंग का ध्यान न रखने से पानी पटरी पर ही रुक जाता है।
जवाहर रोड, किशोर सागर तालाब रोड और बकायन मार्ग पर तो हालात और भी खराब हैं। कहीं नाली की ऊंचाई इतनी अधिक है कि पानी सड़क पर लौट आता है, तो कहीं नालियां बनी ही नहीं हैं। किशोर सागर तालाब, दीनदयाल पार्क और बूढ़ बब्बा हनुमान मंदिर के आसपास हर बारिश में पानी कई दिनों तक जमा रहता है।
अब विभाग का कहना है कि जिन स्थानों पर जलभराव हो रहा है, वहां उपयंत्रियों की टीम सर्वे करेगी। चिन्हित जगहों पर नाली बनाकर स्थायी समाधान की कोशिश होगी, ताकि अगली बारिश में शहर को इस समस्या से राहत मिल सके।