Ratlam News: ई-केवाईसी नहीं कराने पर 1.18 लाख लोगों का राशन रुका
Ratlam News: रतलाम जिले के 2 लाख 40 हजार परिवारों को अगले तीन महीने का राशन एकमुश्त दिया जा रहा है। ये राशन तभी मिलेगा जब राशन लेने वाले उपभोक्ता अपने समग्र आईडी की ई-केवाईसी कराएंगे। हैरानी इस बात की है कि रतलाम जिले के करीब 1 लाख 18 हजार उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी नहीं कराई है। इसलिए 1 जून से उनका राशन रोक दिया है। विभाग के अनुसार तो ई-केवाईसी का काम दो साल से चल रहा है और जनवरी से सख्ती शुरू हुई।
इस बीच 5 बार अंतिम तारीख भी बढ़ाई गई लेकिन लोगों ने ई-केवाईसी नहीं कराई। आखिरकार ई-केवाईसी नहीं कराने वाले लोगों के नाम राशन वितरण लिस्ट से हटा दिए है। है। जैसे ही वे ई-केवाईसी कराएंगे, उसके दो घंटे बाद सूची अपडेट होते ही वे राशन ले सकेंगे।जिले की 516 पीडीएस दुकानों से 9 लाख 82 हजार हितग्राहियों को राशन बंट रहा था। इसके पीछे का कारण मानसून में परिवहन प्रभावित होना बताया जा रहा है। जिले में अभी प्रतिमाह 30 हजार क्विंटल गेहूं और 20 हजार क्विंटल चावल राशन दुकानों से बंट रहा है।
आगामी तीन महीने का एकमुश्त राशन याने 90 हजार क्विंटल गेहूं और 60 हजार क्विंटल चावल लोगों को बांटे जाएंगे। बता दे कि समग्र आईडी ई-केवाईसी कराने की पहली अंतिम तारीख 28 फरवरी थी। लेकिन बाद में तारीख बढ़ाकर 31 मार्च की। फिर 30 अप्रैल, 15 मई और आखिरी में 31 मई फाइनल की गई। आखिरी तारीख तक ई-केवाईसी कराने वाले उपभोक्ता करीब 1.18 लाख बच गए।
जिला आपूर्ति अधिकारी आनंद गोले ने बताया ई-केवाईसी नहीं कराने वाले उपभोक्ताओं का नाम राशन वितरण पोर्टल से हटा दिया गया है। लेकिन अभी भी उपभोक्ता के पास मौका है कि वे ई-केवाईसी करा लें। ऐसा कराते ही पोर्टल पर अपडेट हो जाएगा और अगले दिन वे राशन ले सकते है।
26 हजार परिवारों को लाभ
जब से वन नेशन वन राशन लागू हुआ है तब से राशन कभी भी और कहीं से भी लिया जा सकता है। इसका फायदा रतलाम जिले के 26 हजार परिवारों को मिला है। वे पोर्टेबिलिटी में राशन ले रहे हैं याने अपने मूल वार्ड की पीडीएस दुकान छोड़कर अन्य दुकान से राशन ले रहे हैं। पहले जिस वार्ड में रहते थे, वहीं से राशन ले सकते थे।
अगले स्टेज में राशनकार्ड रद्द हो सकता है
शासन ने सभी राशन हितग्राहियों की ई-केवाईसी को अनिवार्य किया है। बावजूद इसके अब भी कई लोग ई-केवाईसी नहीं करवा पाए है। अभी तक जिले के 8 लाख 64 हजार लोगों की ई-केवाईसी हो गई है, याने इन्हें राशन लेने में कोई दिक्कत नहीं होगी। बचे 1.18 लाख लोगों के राशन पर संकट खड़ा हो गया है।
अगल लंबे समय तक ई-केवाईसी नहीं कराई तो अगले स्टेज में राशनकार्ड रद्द भी हो सकता है। क्योंकि ये माना जाएगा कि इन्हें राशन नहीं चाहिए और ये सक्रिय भी नहीं है। अगर जावरा ब्लॉक की बात करें तो शहर में 20, बड़ावदा में 2 और ग्रामीण क्षेत्र में 67 पीडीएस दुकानें है, जहां से प्रतिमाह 24 हजार उपभोक्ता राशन लेते है।