रेलवे ओवरब्रिज बंद, यात्रियों के लिए बढ़ा जोखिम
Bina News: खुरई रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म ओवरब्रिज अब बंद कर दिया गया है। पुराने और खराब होने के कारण इसकी उम्र पूरी हो गई थी। अब यात्रियों को प्लेटफॉर्म से प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए जोखिम भरा रास्ता अपनाना पड़ रहा है। प्लेटफॉर्म 2 और 3 पर प्रतिदिन लगभग 15 ट्रेनें रुकती हैं, जिनसे औसतन 2 हजार यात्री आवागमन करते हैं। इन ट्रेनों में रेवांचल एक्सप्रेस, गोडवाना एक्सप्रेस, साप्ताहिक रीवा एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस, क्षिप्रा एक्सप्रेस, जबलपुर एक्सप्रेस, बीना कटनी मेमू पैसेंजर, हावड़ा एक्सप्रेस, हीराकुंड एक्सप्रेस, बीना-दमोह पैसेंजर, दमोह राज्यरानी एक्सप्रेस और कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस शामिल हैं।
यात्रियों ने बताया कि रात में ट्रेन से उतरते समय ब्रिज बंद होने के कारण उन्हें पटरी पार करनी पड़ी। स्टेशन पर तैनात आरपीएफ जवानों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन कुछ यात्रियों को सुरक्षित निकलने में मुश्किल हुई। यात्री महेश प्रसाद और शंकर सेन ने बताया कि महिलाओं और बच्चों के साथ यह और भी जोखिम भरा हो गया। कुछ यात्रियों की ट्रेन भी छूट गई।
रेलवे के तकनीकी विभाग के अनुसार, ओवरब्रिज के कुछ हिस्सों की मरम्मत या पूरी तरह से बदलाव की आवश्यकता है। प्लेटफॉर्म 1 और 2 के रैंप और सीढ़ियां दो साल पहले बनाई गई थीं, जबकि प्लेटफॉर्म 3 से 4 जाने वाला हिस्सा एक साल पहले बना। समय के साथ टाइल्स हिलने लगीं और अब ब्रिज पूरी तरह से अप्रयुक्त हो गया है।
स्टेशन मास्टर ने यात्रियों से अपील की है कि वे रेल पटरी पार न करें। प्लेटफॉर्म से जाने और आने के लिए स्टेशन के दोनों छोरों पर बनाए गए फुटपाथ का उपयोग करें। फुटपाथ का प्रयोग करते समय भी सिग्नल और ट्रेनों पर ध्यान देना आवश्यक है। प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है ताकि कोई दुर्घटना न हो।
यात्रियों का कहना है कि ब्रिज बंद होने से आने-जाने में कठिनाई बढ़ गई है। स्टेशन पर प्लेटफॉर्म के ऊंचे होने के कारण पैदल पार करना जोखिम भरा हो सकता है। कुछ यात्रियों ने सुझाव दिया कि मरम्मत का कार्य जल्द शुरू किया जाए ताकि लोगों को सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके।
हालांकि रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि तकनीकी सुधार के बाद ही ब्रिज को फिर से खोला जाएगा। तब तक यात्री सुरक्षित मार्गों और फुटपाथ का ही इस्तेमाल करें। प्रशासन का उद्देश्य यात्रियों और स्टेशन के आसपास लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इस प्रकार, खुरई रेलवे स्टेशन पर ओवरब्रिज की उम्र समाप्त होने से यात्रियों की सुरक्षा एक चुनौती बन गई है। फुटपाथ और सही मार्ग का उपयोग करके ही आवागमन करना सुरक्षित है, अन्यथा जोखिम हमेशा बना रहेगा।