जिले में पानी की टंकी निर्माण पर उठे सवाल, जंग लगे सरिया और मिट्टी मिली रेत का इस्तेमाल
Chhatarpur News: जिले में जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर हर घर तक पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के तहत 139 गांवों में 71 पानी की टंकियों का निर्माण होना है, जिससे लगभग 44 हजार परिवारों को शुद्ध पानी मिल सके। लेकिन ज़मीनी स्तर पर हालात अलग दिखाई दे रहे हैं।
जैतूपुरा ग्राम पंचायत के पास टंकी निर्माण के लिए लाया गया सामान खुले मैदान में पड़ा हुआ है। बरसात के कारण लोहे का सरिया जंग खा चुका है, वहीं रेत में मिट्टी की मिलावट भी साफ दिखाई देती है। ग्रामीणों का कहना है कि न तो ठेकेदार और न ही विभागीय अधिकारी इसकी निगरानी कर रहे हैं।
भेलसी गांव में 31 लाख लीटर क्षमता वाली टंकी का निर्माण किया जा रहा है। यहां भी जंग लगे सरिये और खराब गुणवत्ता वाली रेत के साथ कंक्रीट डाली जा रही है। मजदूरों से बिना सुरक्षा उपकरण के काम कराया जा रहा है, जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि यह काम 2024 में शुरू हुआ था, लेकिन दो साल बाद भी कई जगह अधूरा है। कहीं सिर्फ नींव बनी है, तो कहीं आधा-अधूरा ढांचा खड़ा है। कई गांवों में पाइप लाइन तक नहीं बिछाई गई। इसके चलते सड़कों की मरम्मत भी रोकी गई है।
लोगों का आरोप है कि ठेकेदार कमीशनखोरी और जल्दबाजी में घटिया सामग्री का उपयोग कर रहे हैं। इससे न केवल योजना की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि करोड़ों रुपये बर्बाद होने का खतरा है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि समय-समय पर निरीक्षण किया जा रहा है। यदि कहीं गड़बड़ी मिलेगी तो खराब मटेरियल हटवाकर सही सामग्री लगवाई जाएगी। फिलहाल बरसात के कारण खुले में रखे सरिये पर जंग लग सकता है, जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।