नागपंचमी पर चौरसिया समाज नहीं लगाएगा पान को हाथ, नागबेल पूजन और मेधावी छात्रों का सम्मान
Chhatarpur News: छतरपुर में चौरसिया समाज मंगलवार को नागपंचमी पर्व को ‘चौरसिया दिवस’ के रूप में मनाएगा। इस दिन समाज के लोग वर्षों पुरानी परंपरा के अनुसार न तो पान बेचेंगे और न ही पान को छूएंगे। यहां तक कि समाज के सदस्य पान बरेजे में भी प्रवेश नहीं करेंगे। यह परंपरा छतरपुर ही नहीं, गढ़ीमलहरा, महाराजपुर, पिपट, पनागर, बारीगढ़, लवकुशनगर और दिदवारा गांवों में भी निभाई जाएगी।
समाज के लोगों द्वारा इस अवसर पर स्थानीय स्तर पर दंगल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें आसपास के पहलवान भाग लेंगे। वहीं छतरपुर में गायत्री मंदिर के पास स्थित चौरसिया सत्संग भवन में नागपंचमी महोत्सव मनाया जाएगा। सुबह 9 बजे नागबेल पूजन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी।
इसके बाद अतिथियों का आगमन, दीप प्रज्वलन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी। दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। इसमें कक्षा 10वीं में 80%, 12वीं में 75%, और ग्रेजुएशन/पोस्ट ग्रेजुएशन में 70% से अधिक अंक लाने वाले छात्रों को सम्मान मिलेगा। इसके अलावा IIT, NEET में चयनित और सरकारी नौकरी पाने वाले युवाओं को भी विशेष पुरस्कार दिए जाएंगे।सम्मान समारोह में "स्व. प्रिया स्मृति मेधावी छात्रा पुरस्कार" और "स्व. जीपी एवं गौरीबाई भंडारी स्मृति पुरस्कार" भी प्रदान किए जाएंगे।