MP के इन गांव में नेटवर्क की समस्या होगी अब दूर, ग्रामीण क्षेत्रों में लगेंगे मोबाइल टावर
MP News: मध्य प्रदेश राज्य के कई गांव में आने वाले समय में नेटवर्क की समस्या नहीं रहेगी। क्योंकि नेटवर्क कंपनी ग्रामीण क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाने की योजना पर काम कर रही है। पाठकों को बता दें कि मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में विकासखंड के दूरस्थ व पहाड़ी क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या है। ऐसे क्षेत्रों में टावर लगाए जा रहे हैं। वरला तहसील के धवली क्षेत्र के अब धावड़ा, अड़नदी, चिरमिरिया, नहालबंद में निजी कंपनी के टावर लगाए गए हैं जो चालू हो चुके हैं। इससे यहां नेटवर्क की समस्या दूर हुई है। झांग्टा व फनाली में बीएसएनएल का टावर लगे हैं जो अभी तक चालू नहीं हुए।
धवली में पहले 4 कंपनियों के टावर लगे हैं। इनमें से 2 ही चालू हैं। बीएसएनएल सहित निजी कंपनी का टावर बंद है। दो कंपनियों के टावर से 8 किमी के दायरे में नेटवर्क मिलता है। किसी को अगर फोन लगाना हो तो धवली के आसपास आकर फोन करना पड़ता था। नहीं तो पहाड़ पर चढ़कर सिग्नल मिलने पर बात हो पाती थी। धवली से 15 किलोमीटर दूर करीब चिरमिरिया में निजी कंपनी का टावर चालू हो गया है। इसके अलावा नहालबंद में भी निजी कंपनी का टावर चालू हो गया है। इससे डूबझिरी और खोखरअंबा के लोगों को लाभ मिल रहा है। धवली से 5 से 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित धावड़ा व आड़नदी में भी टावर चालू हो गया है। जिससे वहां के आसपास के लोगों की समस्या दूर हुई। टावर लगा है जो कि चालू हो गया है। इससे आसपास के लोगों को अब समस्या नहीं होगी।
इन गांव में नहीं है बिल्कुल भी नेटवर्क
मध्य प्रदेश राज्य के बड़वानी जिले में दूरस्थ ग्राम पंचायत झापड़ीमली आज भी नेटवर्क से विहीन है। वहां के लोगों को अभी भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मोबाइल नहीं चलने से ग्रामीणों को कई समस्या आती है। बैंक, पुलिस, सोसायटी, राशन दुकान किसी भी काम के लिए फोन लगाने के लिए धवली के आसपास आना पड़ता है। वहीं एंबुलेंस को बुलाने में दिक्कत होती है।
बीएसएनएल का टावर नहीं हुआ शुरू
जिले के धवली गांव में 10 साल पहले बीएसएनएल का टावर भी लगाया गया था लेकिन कुछ समय चालू होने के बाद बंद हो गया। वर्तमान में टावर के लिए लगाए गए उपकरण सहित जनरेटर आदि कबाड़ हो गए हैं। पार्ट्स भी गायब हो चुके हैं। इससे शासकीय संपत्ति का नुकसान हो रहा है लेकिन किसी अधिकारी या कर्मचारी का ध्यान नहीं है। निजी कंपनी का टावर भी बंद है। इन कंपनियों के टावर चालू हो जाएं तो लोगों को फायदा होगा।