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Guna News: कार्रवाई आरटीई आवेदनों का सत्यापन न करने पर आठ शिक्षकों को दिया नोटिस

अभिषेक श्रीवास्तव माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल भैरोघाटी, नीलेश जैन माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल कर्नलगंज, रईस खान माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल घोसीपुरा, राजेंद्र प्रसाद माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल ऊमरी, हरिओम नागर माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल विलोनिया, मनीष कुमार जैन माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल ऊमरी, मोहन बाबू शर्मा माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल भदौय। इन सभी शिक्षकों से तीन दिन में जवाब तलब किया गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने की स्थिति में इन शिक्षकों को सस्पेंड करने की चेतावनी भी दी गई।
 

Guna News: शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत कमजोर वर्ग के परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क एडमिशन मिलता है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 7 मई से शुरू हो गई। इन आवेदनों के सत्यापन का काम संकुल केंद्र स्तर पर हो रहा है। इसके लिए शिक्षकों एवं सीएसी की ड्यूटी लगाई गई है। हायर सेकंडरी क्रमांक 2 में सत्यापन कार्य के लिए लगाए गए दो दिन गायब रहे। इसे लेकर कलेक्टर तक शिकायत पहुंची। आनन-फानन में 8 शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी हुए। हालांकि शुक्रवार को यह शिक्षक पहुंच गए। बताया जा रहा है कि पोर्टल शुरू न होने के कारण यह स्थिति बनी थी। हालांकि इसके बावजूद शिक्षकों को संकुल केंद्र पर मौजूद रहना था।

सत्यापन न करने पर इन शिक्षकों को दिए नोटिस

अभिषेक श्रीवास्तव माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल भैरोघाटी, नीलेश जैन माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल कर्नलगंज, रईस खान माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल घोसीपुरा, राजेंद्र प्रसाद माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल ऊमरी, हरिओम नागर माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल विलोनिया, मनीष कुमार जैन माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल ऊमरी, मोहन बाबू शर्मा माध्यमिक शिक्षक मिडिल स्कूल भदौय। इन सभी शिक्षकों से तीन दिन में जवाब तलब किया गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने की स्थिति में इन शिक्षकों को सस्पेंड करने की चेतावनी भी दी गई।

परेशान होते रहे पालकः दो दिन शिक्षक न मिलने की वजह से पालक परेशान रहे। वहां पर ऐसी कोई सूचना भी नहीं लगाई गई कि पोर्टल चालू न होने की वजह से सत्यापन का काम नहीं हो पा रहा है। जब पालक स्कूल पहुंचे तो वहां पर कोई नहीं मिला। कोई यह बताने वाला भी नहीं था कि ड्यूटी ड्यूटी पर लगाए गए शिक्षक गए कहां हैं। इसलिए इनमें से कुछ पालकों ने इसकी शिकायत सीधे कलेक्टर को कर दी।