नए तहसील और जनपद भवन तैयार, हैंडओवर व शिफ्टिंग दीपावली के बाद संभव
Burhanpur News: चार साल की प्रतीक्षा के बाद जिला मुख्यालय के बाहर बहादरपुर रोड पर तीन नए प्रशासनिक भवन बनकर तैयार हो गए हैं। लंबे अरसे से पुरानी इमारतों में चल रहे तहसील, जनपद और एसडीएम कार्यालयों के स्थानांतरण से नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। दो माह से यहां बिजली, फायर सुरक्षा और अन्य आवश्यक उपकरणों का काम चल रहा था, जिसका अधिकांश हिस्सा पूरा हो चुका है। हालांकि फाइनान्ल हैंडओवर और शिफ्टिंग अभी बाकी है और अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि दीपावली के बाद इन कार्यों को पूरा कर शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। नए भवनों के संचलन से आम लोगों की सुविधाओं में वृद्धि और सरकारी सेवाओं की पहुँच में स्पष्ट सुधार होने की संभावना है।
पहले तहसील और जनपद कार्यालय पुराने अस्पताल के पास अंग्रेजों के जमाने की इमारतों में संचालित होते थे, जिनकी अवस्थाएँ वर्षों से खराब रहीं। साल 2020 की योजना और 2021 में शुरू हुए निर्माण कार्य में देरी के चलते हालात बिगड़ गए थे। अब बने तीनों भवनों में कार्यालयीन सुविधाएँ, पार्किंग और गार्डन की व्यवस्था भी की गई है, जिससे नागरिकों के लिए पहुँच और कामकाज सुगमता बढ़ेगी। कार्यालय परिसर में स्टांप वेंडर, अधिवक्ता और अन्य सेवाकारियों के बैठने की व्यवस्था भी सुधारी गई है ताकि दिनचर्या के कामकाज में व्यवधान कम रहे।
इन परियोजनाओं का आरंभ 2021 में बड़े पैमाने पर विकास कार्यों के हिस्से के रूप में किया गया था, जिनकी कुल अनुमानित लागत में व्यापक निवेश शामिल था। हालाँकि कुछ अन्य परियोजनाएँ अभी भी अधर में लटकी हैं और उनके पूर्ण होने के लिए अतिरिक्त चरणों की आवश्यकता है। प्रशासन ने योजना के दूसरे चरण में अतिरिक्त अनुमोदन के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा है, ताकि शेष प्रोजेक्टों को भी समयबद्ध पूरा किया जा सके और क्षेत्रीय विकास की समग्र योजना को गति मिले।
नए भवनों के उपयोग में आने पर प्रशासन और नागरिकों के बीच दूरी घटेगी क्योंकि पुरानी और बाकी बचे कार्यालय अब मोहम्मदपुरा सहित अन्य स्थानों पर फैले हुए थे। स्थानांतरण के बाद लोगों को कई सरकारी कार्यों के लिए लंबी यात्रा नहीं करनी पड़ेगी और जनसुविधाएँ केंद्रीकृत रूप से उपलब्ध होंगी। भवनों में पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था से कर्मचारियों व आगंतुकों के वाहनों की पार्किंग संबंधी समस्या भी हल होने की उम्मीद है, जिससे कार्यालयी समय का बचाव और प्रयोजनों की शीघ्रता बनेगी।
कुछ मामूली काम अभी बाकी हैं फर्नीचर, अंतिम तकनीकी कनेक्शन और सुरक्षा उपकरणों की फाइनल जांच शेष है, जिनके पूरा होने के बाद ही भवनों का औपचारिक हैंडओवर संभव होगा। अधिकारी यह भी संकेत दे चुके हैं कि यदि किसी बड़े अधिकारी या शासकीय कार्यक्रम के तहत लोकार्पण की आवश्यकता हुई तो शिफ्टिंग की प्रक्रिया थोड़ी देर से भी प्रारम्भ हो सकती है, लेकिन प्राथमिकता आम जनसेवा को दी जाएगी ताकि जनता को जल्द से जल्द सुधारित सेवाएँ मिल सकें।
समर्पित रूप से तैयार इन नए भवनों से प्रशासनिक कार्यों में गति आएगी और नागरिकों को बेहतर तथा सुव्यवस्थित सेवाएँ उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। दीपावली के बाद जब शिफ्टिंग और हैंडओवर की रस्में पूरी होंगी, तब इन निर्माण परियोजनाओं की वास्तविक उपयोगिता का आकलन स्थानीय जनता और अधिकारी दोनों मिलकर कर सकेंगे। स्थानीय निवासियों ने बदलाव का स्वागत किया है और वे अपेक्षा कर रहे हैं कि सेवाएँ शीघ्र सुलभ होंगी। और प्रशासन सजग।