नगरपालिका अब 30 साल की लीज पर देगी दुकान और आवासीय भूखंड
Harda News: नगरपालिका ने शहर में पहले अस्थायी लीज पर दी गई 516 दुकानों और आवासीय भूखंडों को अब 30 साल की लीज पर देने का निर्णय लिया है। लीज धारकों से राशि वसूल कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार की जाएगी और भुगतान की सुविधा 31 मार्च तक उपलब्ध होगी।
शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित इन दुकानों का वर्तमान मासिक किराया 38 रुपए से लेकर 320 रुपए तक है। अब कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार प्रति वर्गफीट 3,000 से 10,000 रुपए के हिसाब से भुगतान करना होगा। 30 साल की लीज मिलने से दुकानदार बैंक से ऋण ले सकेंगे और अपनी दुकानों में पक्का निर्माण भी करा सकेंगे। यह निर्णय नगर परिषद के साधारण सम्मेलन में लिया गया।
इस योजना से नगरपालिका को अनुमानित 40 से 50 करोड़ रुपए की आय होने की संभावना है। इसके अलावा नया बस स्टैंड पर वर्तमान में मौजूद 27 दुकानदारों को निर्माण लागत पर दुकानें दी जाएंगी और शेष दुकानों की ऑनलाइन नीलामी की जाएगी।
नगरपालिका की वर्तमान आर्थिक स्थिति कमजोर है, कर्मचारी वेतन भुगतान में देरी का सामना कर रहे हैं। आर्थिक तंगी से निपटने के लिए नपाध्यक्ष विभिन्न स्तर पर प्रयास कर रही हैं। अब एक वर्ष की अस्थायी लीज पर दिए गए 84 आवासीय भूखंड, 151 दुकानें और 316 किराए पर दी गई दुकानें 30 साल की लीज पर दी जाएंगी। कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार 0.05 प्रतिशत अतिरिक्त किराया भी वसूला जाएगा, जिससे हर साल आय में वृद्धि होगी।
बस स्टैंड के नए निर्माण में कुल 120 दुकानों और 6 ऑफिस स्पेस होंगे। इसमें भू-तल पर 26 दुकानें, मेजेनाइन तल पर 27, प्रथम तल पर 61 और द्वितीय तल पर 6 ऑफिस स्पेस होंगे। दुकानदारों से चार किस्तों में राशि वसूली जाएगी, जिसमें निर्माण प्लिंथ, छत हाइट और रजिस्ट्री के लिए 25-25 प्रतिशत राशि शामिल है।
साधारण सभा में पहले नया बस स्टैंड निर्माण, दुकानों के आवंटन और नीलामी पर सहमति नहीं बनी थी। इसके बाद पक्ष और विपक्ष के पार्षदों की समिति बनाई गई, जिनके निर्णय को सभा में रखा गया। मासिक किराए और 3 से 20 साल की लीज पर 27 दुकानें निर्माण लागत पर दी जाएंगी। नई दुकानें 64 वर्गफीट के अलावा बढ़ाकर 150 वर्गफीट की होंगी, बाकी क्षेत्र की राशि कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार वसूली जाएगी।
घंटाघर मुख्य बाजार क्षेत्र और आसपास के 316 दुकानदारों को सबसे अधिक लाभ होगा। सालों से दुकानदार पक्के निर्माण के लिए परेशान थे। 30 साल की लीज मिलने के बाद वे अपनी दुकानों को पक्का करा सकेंगे और जरूरत पड़ने पर बैंक से ऋण भी ले सकेंगे। इस निर्णय से नगर की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है और दुकानदार लंबे समय तक स्थिरता के साथ कारोबार कर सकेंगे।