MP News: चंबल और क्वारी फिर उफनीं, प्रदेश के इन जिलों में 16 गांवों में अलर्ट
MP News: मप्र में इस सीजन में तीसरी बार फिर से नदियों के उफान पर आने के कारण आसपास के गांवों में बाढ़ के हालात बन सकते हैं। क्योंकि एक बार फिर क्वारी और चंबल नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई हैं। इनके आसपास के 16 गांवों में हाईअलर्ट कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग की मानें, तो चंबल में आज भी जल स्तर बढ़ सकता है। वहीं, क्वारी और सिंध का पानी स्थिर रहेगा। हालांकि शुक्रवार को गांवों की बस्तियों में नदी का पानी नहीं पहुंचा, मगर खेतों में पानी भरने से फसल को नुकसान जरूर होगा।
मालूम हो, कि तीन प्रमुख नदियां चंबल, क्वारी और सिंध में जुलाई माह में बाढ़ आई थी। क्योंकि अन्य जिलों में हुई भारी बारिश के बाद इन नदियों में पानी छोड़ दिया गया था। इसके बाद अगस्त माह में भी क्वारी व चंबल नदी का जल स्तर बढ़ा था। ऐसे में अब फिर से तीसरी - बार नदियां उफान पर पहुंच गई हैं। इनमें लगातार दो दिन से पानी बढ़ रहा है। इससे किसानों की चिंता भी बढ़ रही है।
खतरे के निशान से 0.08 मीटर ऊपर बह रही चंबल, सिंध 2.6 मीटर नीचे
शुक्रवार को शाम चार बजे चंबल नदी का जल स्तर 120.35 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जबकि खतरे का निशान 119.80 मीटर है। यह नदी खतरे के निशान से 0.08 मीटर ऊपर बह रही है। क्वारी नदी में दोपहर तीन बजे का जल स्तर 126.26 मीटर रिकॉर्ड किया गया। इसका खतरे का निशान 125.96 मीटर है। यह नदी 0.03 मीटर ऊपर बह रही है। इसी तरह सिंध नदी 118.33 मीटर पर पहुंच गई। इस नदी का पानी खतरे के निशान से अभी 2.6 मीटर नीचे है।
इन गांवों में किया गया है अलर्ट
चंबल नदी का जल स्तर बढ़ने से अटेर क्षेत्र के ग्राम कछपुरा, खैराहट, नावली वृंदावन, मुकुटपुरा, अटेर, चौम्हो, दिन्नपुरा, नखलौली की मर्दैया, रमा कोट समेत 12 गांवों में अलर्ट किया गया है। यहां पर राजस्व विभाग के कर्मचारियों को लगातार निगरानी के लिए एसडीएम शिवांगी अग्रवाल ने तैनात किया है। इसी तरह क्वारी नदी किनारे के गांव डिड़ी, मीसा, मिरचौली, कचौंगरा में भी अलर्ट है।
श्योपुर, मुरैना में चंबल का जल स्तर कम, भिंड में बढ़ा, आज भी बढ़ सकता है पानी
चंबल नदी भिंड में भले ही खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है, मगर श्योपुर और मुरैना जिले में जल स्तर खतरे से कम है। जल संसाधन विभाग के एसई आरएन शर्मा ने बताया कि श्योपुर में खतरे का निशान 199 मीटर पर है, जबकि वहां नदी का जल स्तर 191 मीटर पर ही है। है। इसी तरह मुरैना जिले में 134 मीटर जल स्तर है, जबकि वहां खतरे का निशान 138 मीटर है। ऐसा इसलिए है, सहायक नदियों का पानी सीधे चंबल में आ रहा है। इसलिए शनिवार को भी जल स्तर बढ़ सकता है।