100 से ज्यादा स्कूल भवन जर्जर, कई कक्षाएं दो पारियों में चल रहीं
Chhatarpur News: विकासखंड हटा में लगातार बारिश के कारण सरकारी स्कूल भवनों की हालत गंभीर हो गई है। क्षेत्र में 214 प्राथमिक और माध्यमिक शासकीय स्कूल संचालित हो रहे हैं, जो 180 अलग-अलग भवनों में चल रहे हैं। इनमें से 100 से ज्यादा भवन इस वर्ष तक क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जो पिछले साल की तुलना में दोगुना है।
बारिश के चलते कई स्कूलों की छत से प्लास्टर गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। बूढ़ा हटा की एकीकृत माध्यमिक शाला और आजाद वार्ड की प्राथमिक शाला में छत का प्लास्टर गिर गया। गनीमत रही कि उस समय बच्चे नीचे नहीं थे। आजाद वार्ड में आठ में से छह कक्षाएं पूरी तरह जर्जर हैं, जिससे केवल दो कक्षाओं में पढ़ाई हो रही है।
बूढ़ा हटा स्कूल में सिर्फ तीन कक्षाएं सुरक्षित हैं, बाकी से प्लास्टर झड़ रहा है, इसलिए यहां दो पारियों में कक्षाएं चल रही हैं। स्कूल में 270 बच्चे पंजीकृत हैं।पिछले वर्ष 56 भवनों को मरम्मत योग्य बताया गया था, जिनमें 27 भवन अति जर्जर घोषित किए गए। फिर भी केवल 18 भवनों की मरम्मत के लिए गौड़ खनिज निधि से राशि स्वीकृत की गई, वह भी पंचायतों के खातों में भेजी गई। इनमें से केवल दो-तीन स्कूलों में ही मरम्मत कार्य शुरू हो पाया।
भवनों की मरम्मत न होने से कई स्कूल दूसरे भवनों में या आंगनवाड़ी केंद्रों में संचालित हो रहे हैं। खमरिया कलार, बहेलिया टोला, भंगुवा, घुटरिया और उदयपुरा की शालाएं ऐसी स्थिति में हैं, जहां दो पारियों या वैकल्पिक स्थानों पर कक्षाएं लगाई जा रही हैं।
छतों से गिरते प्लास्टर और कमजोर भवनों की स्थिति से बच्चों और अभिभावकों में डर है। कई माता-पिता अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजने लगे हैं।
बीआरसी अधिकारी ने बताया कि जिन स्कूलों के भवन बेहद जर्जर हैं, उन्हें पंचायत भवन या आंगनवाड़ी केंद्र में चलाने के निर्देश दिए गए हैं और स्थिति वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराई जा रही है।