सिर्फ दो अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रही मवईघाट स्कूल की पढ़ाई, बाकी शिक्षकों की मनमानी से परेशान ग्रामीण
Chhatarpur News: मध्यमिक शाला मवईघाट में 120 से अधिक बच्चों की पढ़ाई सिर्फ दो अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रही है। यह स्कूल जनपद शिक्षा केंद्र गौरिहार के अंतर्गत आता है। कुल छह शिक्षक पदस्थ हैं, जिनमें एक संस्था प्रमुख, एक नियमित शिक्षक और चार अतिथि शिक्षक शामिल हैं। लेकिन नियमित रूप से सिर्फ दो ही शिक्षक स्कूल में उपस्थित रहते हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अतिथि शिक्षक श्रीचंद्र पाल और कामता केवट समय पर स्कूल आते हैं और बच्चों को पढ़ाते हैं। ये दोनों गांव के ही निवासी हैं। लेकिन अन्य दो अतिथि शिक्षक—बाला प्रसाद अहिरवार और जयहिंद परिहार—सिर्फ सप्ताह में एक या दो दिन ही स्कूल आते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक ये शिक्षक संस्था प्रमुख की छूट पर मनमानी करते हैं।
संस्था प्रमुख मनोज कुमार पाल और नियमित शिक्षक वैभव साहू भी अक्सर गैरहाजिर रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि संस्था प्रमुख कुछ दिन ही स्कूल आते हैं और बाकी समय किसी न किसी बहाने से अनुपस्थित रहते हैं। वहीं, वैभव साहू भी सप्ताह में दो दिन के अलावा बाकी समय अपने गृह क्षेत्र चरखारी चले जाते हैं।
इस लापरवाही से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि स्कूल की व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। जब इस बारे में संस्था प्रमुख से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बाहर के शिक्षक होने की वजह से आने में देर होती है, लेकिन वे अक्सर समय पर पहुंचते हैं। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि हालात लंबे समय से ऐसे ही बने हुए हैं।