Damoh News: दमोह शहर में गर्मी में भी सब्जियों के दाम कम लोकल आवक कम नहीं टमाटर थोक में 10 रुपए बिका
Damoh News: गर्मी के सीजन में भी इस बार सब्जियों के दाम नहीं बढ़े हैं, जिससे लोगों को राहत है। इस समय शादियों का सीजन भी चल रहा है, बावजूद कुछ सब्जियों को छोड़कर बाकी सभी सब्जियां सस्ती होने से जिन परिवारों में शादी हैं उन्हें राहत है। सब्जियों के दाम नहीं बढ़ने की वजह आसपास के क्षेत्रों से सब्जी की बंपर आवक होना है। सब्जी व्यापारियों के मुताबिक इस बार मौसम भी फसलों के अनुरूप रहा है।
वर्तमान में भी तापमान में उतार चढ़ाव बना हुआ है, हल्की बारिश हो रही जिससे तेज धूप नहीं निकल पा रही है। ठंड के सीजन में जनवरी-फरवरी में कड़ाके की ठंड पड़ने से सब्जियों में तुषार लग जाता था। जिससे खेत में लगी सब्जी की फसल प्रभावित हो जाती थी लेकिन इस बार ठंड कम पड़ी, जिससे सब्जी की फसल पर ज्यादा असर नहीं पड़ा और अच्छी पैदावार रही है।
आक्क अच्छी होने के कारण कीमत भी नहीं बढ़ी, जिससे महंगाई से राहत है। थोक सब्जी विक्रेता रमेश यादव ने बताया कि जिले के ग्रामीण अंचलों में हरी सब्जियों सहित टमाटर की बंपर आक्क हो रही है। जिससे टमाटर थोक में 5 से 10 रुपए किलो बिक रहा है। इस बार ठंड का मौसम टमाटर की फसल के अनुकूल रहा।
तुषार नहीं लगने से फसल प्रभावित नहीं हो पाई और खूब आक्क होने से दाम भी नहीं बढ़े। बता दें कि पिछले साल मई में टमाटर के दाम 60 से 80 रुपए किलो तक पहुंच गए थे। वहीं हरी सब्जियों के दाम भी इस साल की तुलना में लगभग दोगुने थे। सब्जी विक्रेताओं की माने तो अभी एक माह और सब्जी महंगी होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि लगातार आवक हो रही है।
जिले से दूसरे जिलों में प्याज भेज रहे किसान प्याज के थोक विक्रेता आजाद ने बताया कि जिले में प्याज महाराष्ट्र नागपुर से मंगवाते हैं, लेकिन लोकल प्याज की अच्छी आवक हो रही है। इसलिए प्याज के दाम घटे हुए हैं। थोक में प्याज 8 से 10 रुपए किलो बिक रही है। वहीं जिले के कुछ किसान अपने खेतों से ही प्याज वाहनों से दूसरे जिले के व्यापारियों को बेच रहे हैं। जिसकी किसानों को अच्छी कीमत भी मिल रही है।
टमाटर का रकबा 675 हेक्टेयर बढ़ा
जिला उद्यानिकी अधिकारी दमोह यश कुमार ने बताया कि जिले में इस बार टमाटर का रकबा पिछले साल की तुलना में 675 हेक्टेयर बढ़ा है। वहीं प्याज का रकबा 289 हेक्टेयर बढ़ा है, जिस जिससे उत्पादन में भी वृद्धि हुई है। अन्य सभी सब्जियों को मिलाकर कुल 1911 हेक्टेयर रकबा इस बार बढ़ा है।
न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज नहीं
इस बार फसलों की आवक अच्छी हो रही है इसलिए दाम नहीं बढ़े हैं, डिमांड के मुताबिक पूर्ति कम होने से दाम बढ़ते हैं, इस बार जनवरी-फरवरी में न्यूनतम तापमान में भी अधिक गिरावट नहीं हुई। 3 जनवरी को न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री दर्ज हुआ था, बाकी दिनों में 9 डिग्री से अधिक रहा।
फरवरी में भी 9 तारीख को 7.5 डिग्री पर पहुंचा था। बाकी दिनों में 10 के ऊपर रहा। जब न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के नीचे पहुंचता। पहुंचता है तो फसलें प्रभावित होने की खतरा रहता है, उनमें तुषार लग जाता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। - मनोज अहिरवार, कृषि मौसम विज्ञान केंद्र प्रभारी, दमोह