सुरक्षा व्यवस्था में चूक, शहर के सीसीटीवी कैमरे कई जगह बंद या झुके
Burhanpur News: शहर में सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की हालत कई जगह खस्ता है। कलेक्ट्रेट जैसे हाई सिक्योरिटी क्षेत्र में भी कैमरे झुककर लटक गए हैं, जबकि जवाहर मार्ग जैसे व्यस्ततम चौराहों पर कैमरे पूरी तरह गायब हैं और केवल स्टैंड दिखाई दे रहे हैं।
शहर में पुलिस और नगर पालिका द्वारा कुल 255 कैमरे लगाए गए थे, ताकि हर गली और चौराहे पर निगरानी बनी रहे। लेकिन वास्तविक स्थिति इसके विपरीत है। कई कैमरे बंद हैं, कई दिशा बदल चुके हैं और कई गायब हैं। इसके कारण चोरी-लूट और सड़क हादसों की जांच में दिक्कत आती है।
कलेक्ट्रेट तिराहे पर कैमरे झुककर लटक गए हैं। कुछ कैमरे आसमान की ओर, कुछ रोड की ओर हैं, जिससे निगरानी ठप हो गई है। गायत्री मंदिर के व्यस्त चौराहे पर लगे आठ कैमरों में बड़े पीटीजेड कैमरों की दिशा भी बदल चुकी है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था कमजोर हुई है।
जवाहर मार्ग पर स्थिति और भी खराब है। यहां कैमरे गायब हैं और केवल स्टैंड खड़े हैं। दुकानदारों ने अपने सीसीटीवी लगाए हैं, लेकिन उनका फोकस सड़कों पर नहीं बल्कि दुकानों पर है। ऐसे में कोई वारदात होने पर सबूत नहीं मिल पाते।
नगर पालिका ने शहर के प्रमुख चौराहों पर सौंदर्यीकरण और अतिक्रमण हटाने के काम किए हैं। इन स्थानों पर नए एचडी क्वालिटी के कैमरे लगाने का दावा किया गया है, लेकिन मेंटेनेंस और सुधार में अब तक पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया।
शहर में लगे कैमरे उच्च रिजोल्यूशन के हैं और रात में देखने, वाहनों की गति पकड़ने और अपराधियों की पहचान करने की क्षमता रखते हैं। बंद कैमरों की वजह से सुरक्षा पर गंभीर खतरा बना हुआ है।
कई कैमरे काफी समय से बंद हैं। शहर के बढ़ते क्षेत्र और नपा स्तर पर अपग्रेडेड कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू है। हालांकि, समय पर निगरानी और सुधार न होने से सुरक्षा प्रणाली प्रभावित हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर कैमरे सही स्थिति में होते, तो अपराध रोकने और सुरक्षा बनाए रखने में आसानी होती। अधिकारियों को अब समय रहते उचित निरीक्षण और सुधार कर सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाना आवश्यक है।