Burhanpur News: जाम घाट क्षेत्र में फिर भूस्खलन दो दिन बाद भी नहीं हटाया मलबा
Burhanpur News: पर्यटन के लिए प्रसिद्ध जाम गेट के पास घाट क्षेत्र में एमपीआरडीसी और महू अग्रोह पाथवे कंपनी की लापरवाही के चलते पर्यटकों व राहगीरों की जान जोखिम में है। घाट क्षेत्र में आए दिन पहाड़ दरक कर सड़क पर गिरता रहता है। लेकिन विभाग व ठेकेदार कंपनी को उनकी जान की कोई परवाह नहीं है।
शुक्रवार को भी जाम गेट से कुछ ही दूरी पर एक बार फिर से भूस्खलन की घटना सामने आई है। इसके चलते पहाड़ का मलबा रोड पर आ गिरा। गनीमत रही कि यह घटना उस समय हुई जब चित्तौड़गढ़-भुसावल राजमार्ग के हिस्से इस मार्ग पर यातायात कम था। शनिवार-रविवार को दिन में जाम गेट सहित पूरे घाट क्षेत्र में पर्यटकों की भीड़ रहती है।
अगर यह घटना शनिवार-रविवार को दिन में होती तो यह बड़े हादसे में बदल हो सकती थी। विभाग व ठेकेदार की लापरवाही के हाल यह है कि शनिवार शाम तक भी सड़क पर गिरे पहाड़ के मलबे को हटाया नहीं गया। घटना के बाद से इस महू-मंडलेश्वर मार्ग का एक तरफ का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। इसके कारण दो दिन से वहां से गुजरने वाले वाहन सिंगल लेन का ही उपयोग कर पा रहे हैं।
घाट क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम नहीं
करीब 9 साल पहले बने इस मार्ग को घाट क्षेत्र में पहाड़ काटकर चौड़ा किया गया था। नियमानुसार पहाड़ी क्षेत्र में सड़क किनारे के पहाड़ को जाली से कवर किया जाना आवश्यक है ताकि पत्थर-मिट्टी गिरे तो वहां से गुजर रहे वाहन दुर्घटनाग्रस्त ना हों। वहीं घाट क्षेत्र में पहाड़ की कटिंग भी नियमानुसार नहीं होने से कई जगहों पर पहाड़ सड़क की ओर झुका हुआ दिखाई देता है। इसके चलते बार-बार भूस्खलन की घटनाएं होती रहती है। घाट क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं है।
हर साल गिर रहा पहाड़ से मलबा
विंध्याचल पर्वत स्थित महू-मंडलेश्वर मार्ग पर इससे पहले भी कई बार पहाड़ का मलबा गिर चुका है। पिछले साल मार्च के महीने में भी पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गिरा था। इसके बाद करीब 10 दिन तक इस मार्ग को बंद रखा गया था। इससे पहले सितंबर 2023 में भी इसी तरह पहाड़ से मलबा गिरने की घटना सामने आई थी। हर साल हो रही मलबा गिरने की घटनाओं से ना ठेकेदार कंपनी और ना ही एमपीआरडीसी विभाग सचेत हो रहा है।