Burhanpur News: किसान के खेत से लेकर तालाब निकलने वाली मिट्टी तक का रख रहे हिसाब
Burhanpur News: जिले में झिरन्या ब्लॉक में नीति आयोग ने 63 तालाबों को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई गई है। मई माह में बारिश के दौरान दो तालाबों में पानी आ जाने के कारण अब 61 तालाबों का गहरीकरण किया जा रहा है। तालाबों के गहरीकरण के दौरान निकलने वाली मिट्टी उपजाऊ और कीमती मिट्टी का किसानों को निशुल्क वितरण किया जा रहा है।
किसानों की हक की मिट्टी कोई दूसरा व्यक्ति बेच ना दे। इसकी भी मॉनिटरिंग की जा रही है। किसानों को उनके खेत के रकबे के अनुसार ही मिट्टी का वितरण किया जा रहा है। किसान चाह कर भी खेत की क्षमता से अधिक मिट्टी नहीं ले जा सकते है। आकांक्षी ब्लॉक फैलो साक्षी राठौर ने बताया कि नीति आयोग देश के 25 आकांक्षी विकासखंड के 1000 तालाबों को पुनर्जीवित कर रहा है।
इसमें जिले के आकांक्षी विकासखंड झिरन्या में जल संरक्षण और सतत कृषि को बढ़ावा देने के लिए सरोवर समृद्धि परियोजना का क्रियान्वयन तेजी से जारी है। इस परियोजना के तहत झिरन्या विकासखंड की 32 ग्राम पंचायतों में 61 तालाबों का गहरीकरण और पुनर्जीवन कार्य मानसून से पहले शुरु किया गया था। जिनमें से अब तक 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
500 किसानों को दी जाएगी कीमती गाद
पुनर्जीवित तालाबों से निकाली गई उपजाऊ गाद (सिल्ट) को झिरन्या के लगभग 500 किसानों को निशुल्क वितरित की जा रही है। इससे खेतों की उर्वरता में सुधार होगा। तालाब से निकलने वाली गाद के परिवहन की व्यवस्था किसानों को स्वयं करनी पड़ी। इस गाद के उपयोग से किसानों को रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
किसानों मिट्टी लेने के लिए भी पहले अवनी ग्रामीण एप स्वयं के खेत की जानकारी अपलोड की गई। ताकि मिट्टी कहीं ओर उपयोग ना होते हुए खेतों तक ही पहुंचे। झिरन्या ब्लॉक में सरोवर समृद्धि योजना न केवल जल संरक्षण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है, बल्कि यह ग्रामीण आजीविका, कृषि उत्पादन और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग के लिए भी एक मॉडल बनकर उभर रही है। पारदर्शी निगरानी, तकनीकी सहयोग और किसान-केंद्रीत दृष्टिकोण के साथ यह योजना अन्य आकांक्षी ब्लॉकों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकती है।