Movie prime

MP News: राजस्थान से पानी लेकर भरेंगे कालाभाट बांध, पानी की किल्लत होगी खत्म

राजस्थान से पानी लेकर भरेंगे कालाभाट बांध, पानी की किल्लत होगी खत्म
 

MP News: मध्य प्रदेश राज्य में स्थित कालाभाट बांध को राजस्थान से पानी लेकर भरने की तैयारी शुरू हो गई है। इस बांध के पानी से मध्य प्रदेश के रतलाम, मंदसौर और नीमच सहित कई जिलों की प्यास बुझाई जाती है। लेकिन इस बार अप्रैल माह के अभी 21 दिन ही गुजरे हैं। इस बीच कालाभाटा बांध के जलस्तर में भी लगातार गिरावट हो रही है। सोमवार को कालाभाटा का जलस्तर कम होकर 10 फीट तक पहुंच गया। ऐसे में जलसंकट की आहट भी शुरू हो गई है। आगामी दो माह तक शहरवासियों की प्यास इसी के भरोसे नपा को बुझाने पड़ेगी। इस बीच पिछले साल से सबक लेते हुए ने पेयजल संकट से निपटने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। 

हर साल जून-जुलाई में कालाभाटा के लिए राजस्थान क्षेत्र से पानी लिया जाता था। अब इसे इसी माह के अंत तक लिया जाएगा। नपा के अनुसार कालाभाटा में पानी का स्टोरेज कर यहां से रामघाट तक ले जाकर शहर में पेयजलापूर्ति की जाएगी।

वर्तमान में कालाभाटा का जलस्तर 10 व रामघाट का 9 फीट से कम है। भीषण गर्मी में पानी की खपत बढ़ने के साथ जलस्रोतों में भी तेजी से वाष्पीकरण के चलते खाली होते जा रहे हैं। 

नपा के जलकल सभापति नीलेश जैन ने बताया कि सामान्यतः जून माह के अंत व जुलाई माह के पहले सप्ताह में कंधार बांध व अचेरा डेम से मिर्जापुरा होकर कालाभाटा तक पानी लाया जाता था लेकिन अब जून माह तक इंतजार नहीं करते हुए अभी से ही तैयारी की जा रही है।

वर्तमान में जमीन गीली है तो अधिक पानी व्यर्थ नहीं जाएगा। नपाध्यक्ष से चर्चा करके तय किया जा रहा है कि अप्रैल के आखिरी में राजस्थान क्षेत्र से पानी लाया जाएगा। इसके लिए बिजली विभाग ने अस्थायी मीटर भी लगाया जाएगा। इसी सप्ताह इसके लिए राशि भी जमा की जाएगी। जैन का कहना है कि चंबल योजना के पंप से भी शहर में पानी पहुंच रहा है। इसके अलावा निजी कुएं भी अधिग्रहित किए जा रहे हैं। इन स्रोतों के माध्यम से शहर में पेयजलापूर्ति की जा रही है। लोगों को पेयजल संबंधित परेशानी ना हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

पानी की लगातार चोरी, अवैध कनेक्शन भी आ रहे सामने

शिवना नदी में प्रतिबंधित क्षेत्रों से लगातार पानी चोरी होने की शिकायतें सामने आ रही हैं। पहले सिंचाई व अब निजी कार्यों में उपयोग के लिए यह पानी चोरी किया जा रहा है। यहीं नहीं अधिग्रहित होने वाले कुओं पर भी टैंकर माफिया की नजर है। जो कि सांठगांठ के चलते मुनाफे के खेल के लिए जनता के हक का पानी चोरी कर रहे हैं। इसके अलावा शहर में हो रहे जलकल अमले के सर्वे में भी अवैध कनेक्शन लगातार सामने आ रहे हैं। यानी कि एक कार्ड पर दो या दो से अधिक नल कनेक्शन होने से से ना सिर्फ अवैध रूप से पानी का उपयोग हो राहा, बल्कि नपा को भी टैक्स की चपत लग रही है। जैन का कहना है कि लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। अवैध कनेक्शन सामने आते ही कार्रवाई की जा रही है। अब तक एक वार्ड में 8 से ज्यादा कनेक्शन काटे गए हैं।