मप्र में शाखा प्रबंधक ने बिना अनुमति कर दिया 45.90 लाख का भुगतान, 36 लाख तो एक ही दिन में भेजे, बैक सीईओ ने किया सस्पेंड
MP News: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में सहकारी बैंक की मेहगांव शाखा के शाखा प्रबंधक ने बिना अनुमति के ही समितियों को 45 लाख 90 हजार रुपए का भुगतान कर दिया। इनमें भी 36 लाख रुपए तो अलग-अलग समितियों को एक दिन में ही ट्रांसफर किए गए। यह पेमेंट तब हुआ, जब इस शाखा से जुड़ा कर्मचारी उस दिन आकस्मिक अवकाश पर था। जानकारी सामने आने के बाद जिला सहकारी बैंक के सीईओ अरस्तु प्रभाकर ने मेहगांव के शाखा प्रबंधक जगदीश सगर को बुधवार को सस्पेंड कर दिया है।
मालूम हो, कि मुख्यालय के आदेश के परिपालन में वित्तीय अनुशासन को ध्यान में रखते हुए 19 मई को जिला सहकारी बैंक के सीईओ अरस्तु प्रभाकर ने आदेश जारी किया था। इसमें स्पष्ट था कि बिना सीईओ की अनुमति के पैक्स समितियों के सेविंग व करंट खातों में भुगतान न किया जाए। इस बीच जानकारी सामने आई कि हाल ही में मेहगांव शाखा में पदस्थ किए गए जगदीश सगर ने निर्देशों का उल्लंघन करते हुए मनमाने तरीके से समितियों के खातों में भुगतान कर दिया। इन्होंने 19 जुलाई को एक ही दिन में 16 समितियों के खाते में 36 लाख 28 हजार 800 रुपए ट्रांसफर किए। इसके अलावा अन्य तारीखों में 9 लाख 61 हजार 583 रुपए ट्रांसफर किए गए। खास बात यह है कि मेहगांव शाखा में भुगतान से जुड़ी मेकर आईडी पर कार्य करने वाले प्रदीप चैनानी 19 जुलाई को आकस्मिक अवकाश पर थे। वहीं, बैंकिंग सहायक गौरव मिश्रा 4 जुलाई से 18 जुलाई तक अवकाश पर थे। उन्होंने भुगतान वाले दिन ही वापस ड्यूटी ज्वाइन की। ऐसे में यह भुगतान संदेह के दायरे में आ गया। इस पर संज्ञान लेते हुए जिला सहकारी बैंक के सीईओ अरस्तु प्रभाकर ने जगदीश सगर को सस्पेंड कर दिया।
ऋण वितरण व वसूली में पिछड़ी शाखा
जगदीश सगर जिला सहकारी कार्यालय में पदस्थ थे। मेहगांव में इन्हें हाल ही में पदस्थ किया गया, जिसके बाद से बैंक के द्वारा ऋण वितरण व वसूली अभियान में दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। इन कार्यों में यह शाखा पिछड़ी हुई है। ऐसे में शाखा प्रबंधक ने एकमुश्त भुगतान कर दिया।