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Neemuch: गांधी सागर बांध पर रेत का अवैध खनन, करोड़ों रुपए हो रहा है खेल

 

Gandhi Sagar Dam: गांधीसागर डेम के बैंक वाटर क्षेत्र में लंबे समय अवैध रूप से काली रेत निकालने का खेल चल रहा है। ना रॉयल्टी ना कोई टैक्स का झंझट। माफिया बिहार से मजदूर लाकर अवैध खनन करा रहे हैं। इससे प्रशासन को हर माह सवा से डेढ़ करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। कुंडला व आसपास के क्षेत्र में खुलेआम 5 फाइटर मशीनें रातभर रेत निकाल रही हैं। 


जब भी जिला प्रशासन पहुंचता है उनके हाथ कुछ खास नहीं लगता। प्रशासनिक अमले ने एक साल में करीब 5 बार कार्रवाई की लेकिन आज तक वह रेत माफिया तक नहीं पहुंच पाया। 

सूत्रों के अनुसार इस अवैध काम में राजनेता भी लगे हुए हैं। इसकी वजह से प्रशासन भी सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। दरअसल गांधीसागर डेम के बैंक वाटर क्षेत्र के गांव खानखेड़ी, कुंडला राजपुरा और आंतरीमाता क्षेत्र में रेत माफिया सक्रिय हैं। डेम में 5 फाइटर अंधेरा होते ही सुबह तक रेत निकालने का काम कर रहे हैं। इन क्षेत्र के आसपास छोटे-मोटे रेत के अवैध गोदाम भी मिल जाएंगे। लंबे समय से यह अवैध काम जारी है। बुधवार को भास्कर टीम ने कुंडला क्षेत्र में भ्रमण किया तो 3 फाइटर मशीनें व रेत छानने के छन्ने दिखाई दिए। यहां नदी किनारे से काली रेत ले जाते ट्रैक्टर भी नजर आए। 

एक माह पहले मंदसौर खनिज विभाग ने संजीत क्षेत्र में कार्रवाई करते कुंडला के पास भी 5 फाइटर नष्ट किए थे। हालांकि जब भी नीमच जिला प्रशासन पहुंचता है तो इनके हाथ विशेष कुछ नहीं लगता। डेढ़ माह पहले प्रशासन ने कार्रवाई की थी लेकिन उन्हें दो नाव ही हाथ लगी। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। 

इस तरह हो रहा बड़ा खेल

जानकारी के अनुसार रात होते ही फाइटर मशीनें नदी में उतर जाती हैं और सुबह 10 से 11 बजे तक रेत निकालने का काम चलता रहता है। डेम में 10 से 12 मजदूर बिहार के फाइटर चलाने का काम कर रहे हैं। एक फाइटर में 7 से 8 ट्रॉली काली रेत आती है। एक फाइटर को भरने में 4 से 5 घंटे लगते हैं। 

ऐसे में ये सुबह तक 2 से 3 चक्कर लाग लेते हैं। 5 फाइटर एक दिन में 100 ट्रॉली के करीब (कीमत 5 लाख करीब रुपए) निकाल रहे हैं। बाजार में काली रेत 5 से 6 हजार रुपए प्रति ट्रॉली बिक रही है। एक माह में ही माफिया सवा से डेढ़ करोड़ रुपए का खेल कर देते हैं।

माफिया पर कार्रवाई का नहीं होता कोई भी असर

प्रशासन ने सालभर में 4 से 5 कार्रवाई की। इस दौरान कुल 4 से 5 लाख की रेत व 3-4 चार नाव जब्त की। इससे माफिया को 8 से 10 लाख रुपए का ही नुकसान हुआ जबकि वह एक माह में ही सवा से डेढ़ करोड़ का खेल कर रहे हैं। प्रशासन भी आज तक इन माफिया तक नहीं पहुंच पाया। इससे प्रशासन की कार्रवाई भी औपचारिकता ही साबित हो रही है। बताया जा रहा है कि रेत माफिया के पीछे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शामिल हैं इसलिए अधिकारी भी कार्रवाई नहीं करते। कार्रवाई करने पर उन्हें ही ट्रांसफर का दर्द झेलना होगा।

प्लानिंग कर माफिया के खिलाफ कार्रवाई करेंगे

पवन बारिया, एसडीएम मनासा ने बताया कि गांधीसागर डेम के बैंक वाटर से रेत निकालने का मामला संज्ञान में आया है। इसको लेकर माइनिंग विभाग के अधिकारियों के साथ प्लानिंग कर माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पहले भी प्रशासन द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई थी। जल्द ही कार्रवाई करेंगे।