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Barwani News: अगर ई-केवाईसी नहीं कराओगे तो राशन भी नही मिलेगा

 

Barwani News: पिछले तीन माह से राशन कार्डधारियों की ई-केवाईसी कराई जा रही है। इसके बाद भी अब तक शत प्रतिशत ई-केवाईसी नहीं हो पाई है। इसके चलते अब शासन स्तर से उपभोक्ताओं का राशन रोका जा रहा है। इससे जिले में करीब 1 लाख 32 हजार 922 लोगों को इस माह का राशन नहीं मिलेगा।

कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी लवीना सोलंकी ने बताया जिले में करीब 492 राशन दुकान से 11 लाख 80 हजार 303 उपभोक्ताओं को राशन का आवंटन किया जाता है। इसमें से अब तक 10 लाख 39 हजार 224 उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी कराई है। अभी भी जिले में करीब 1 लाख 32 हजार 922 उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी होने का काम शेष है। जल्द ही इन उपभोक्ताओं ने ई-केवाईसी नहीं कराई तो उनका राशन वितरण से नाम हटा दिया जाएगा। वर्तमान में उनका राशन रोका गया है।

यह लोग राशन लेने के लिए दुकान पर आकर ई-केवाईसी कराते हैं तो उन्हें राशन का आवंटन किया जाएगा। जिले में सबसे कम ई-केवाईसी पाटी जनपद में मात्र 85.50 प्रतिशत हुई है। यहां पर कई परिवार मजदूरी के लिए पलायन कर गए हैं। इससे यहां प्रगति कम है। सबसे अधिक प्रगति बड़वानी, सेंधवा, अंजड़ व राजपुर नपा में 92 प्रतिशत हुई है।

गेहूं और चावल के साथ शक्कर का हो रहा वितरण

बारिश के पहले पहाड़ी सहित शहरी क्षेत्र में एक साथ तीन माह का राशन वितरण पिछले माह होना था, लेकिन राशन उपलब्ध नहीं होने पर जून से तीन माह का राशन वितरण किया जा रहा है। इसमें जून, जुलाई व अगस्त का राशन शामिल हैं। इसके लिए जिले में 78799 क्विंटल गेहूं, 117376 क्विंटल चावल, 1030 क्विंटल शक्कर उपलब्ध है। इसमें से 31 प्रतिशत अनाज का उठाव हो चुका है। 5 जून के बाद से इसका वितरण किया जा रहा है।

668 उपभोक्ताओं का नहीं लगता है अंगूठा

जिले में करीब 668 उपभोक्ता ऐसे हैं। जिनका किसी कारण से बायोमैट्रिक मशीन में अंगूठा नहीं लग पाता है। ऐसे में उनके राशन वितरण के लिए कई बार समस्या आती है। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ने बताया इन लोगों में कुष्ठ रोगी या अधिक वृद्ध लोग शामिल है। इनके लिए अलग से व्यवस्था की गई है ताकि उनका समय पर राशन मिल सके।

51 हजार लोगों का मिल रहा था फर्जी राशन, अब हटाए नाम

राशन वितरण के दौरान कई परिवार ऐसे लोगों का राशन ले रहे थे। जो मृत हो गए या लड़की की शादी हो चुकी, परिवार का पलायन हो चुका हो। इसके बाद भी उनके परिवार के सदस्य उनके नाम का राशन ले रहे थे। ई-केवाईसी के बाद जिले से करीब 51 हजार ऐसे उपभोक्ताओं के नाम काटे गए हैं। अब मात्र पात्र हितग्राहियों को ही राशन का वितरण किया जा रहा है।

3 बार लगाना पड़ रहा है अंगूठा, 3 बार आएगा मैसेज

तीन माह का एक साथ राशन वितरण होने पर तीन माह के हिसाब से उपभोक्ताओं को अंगूठा लगाना पड़ रहा है। साथ ही इसका तीन बार अलग-अलग मैसेज भी उपभोक्ताओं के मोबाइल पर आएंगे। इससे राशन वितरण की पारदर्शिता बनी रहेगी। अगर किसी कारण से उपभोक्ता इस माह राशन नहीं ले पाता है तो वह आगामी माह में भी एक साथ तीन माह का राशन ले सकता है।