पीएम आवास योजना की रकम न मिलने से घर अधूरे, तिरपाल के नीचे रहना पड़ रहा है
MP News: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले के कई गांवों में मकान बनना अधूरा रह गया है। पहले लोगों को योजना की पहली किस्त मिली थी, जिससे उन्होंने मकान की दीवारें और पिलर बना लिए। कुछ ने छत तक भी काम किया, लेकिन दूसरी और तीसरी किस्त नहीं मिलने की वजह से मकान पूरी तरह नहीं बन पा रहे हैं। इससे कई परिवार तिरपाल के नीचे या रिश्तेदारों के घर रहने को मजबूर हैं।
बेदार, नेगुवां, गुदारा, उर्दाऊ, बरोही, फुलारी जैसे गांवों में मकान बनाने के लिए पहले 25 हजार की पहली किस्त दी गई। बाकी 40 हजार की दूसरी किस्त दीवार बनाने के लिए और तीसरी छत के लिए होती है। अंतिम किस्त मकान पूरा होने पर मिलती है। इसके साथ मनरेगा के तहत मजदूरी का पैसा भी मिलता है।
लेकिन अब दो महीने से दूसरी और तीसरी किस्त नहीं मिली है, जिससे काम रुक गया है।नेगुवां के प्यारेलाल कुशवाहा ने पहली किस्त से मकान छत तक बना लिया, लेकिन अब पैसा नहीं मिलने से वह बकरियों के टपरे में रह रहे हैं। किशोरीलाल पाल ने कर्ज लेकर मकान बनाया, पर अब पैसा न मिलने से परेशान हैं। कई लोग रोजगार की तलाश में बाहर चले गए हैं।
लोगों का कहना है कि जिओ टैगिंग के बाद भी अगली किस्त नहीं मिली। जब कार्यालय जाते हैं, तो अधिकारी कहते हैं कि पैसा ऊपर से पेंडिंग है या फंड की कमी है। इससे सभी लोग बहुत परेशान हैं और जल्द पैसा मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।