दमोह में पहली बार महुआ से बनेगी हेल्दी और स्वादिष्ट कुकीज, महिलाओं को मिलेगा रोजगार
Damoh News: दमोह जिले में महुआ अब पारंपरिक उपयोग से आगे बढ़ते हुए आधुनिक स्वाद और सेहत के संगम के रूप में सामने आएगा। जिले की स्व-सहायता समूहों की महिलाएं अब महुआ से हेल्दी और स्वादिष्ट कुकीज बनाएंगी। इस पहल से ग्रामीण महिलाओं को रोजगार का नया साधन मिलेगा और स्थानीय संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा।
स्व-सहायता समूह की महिलाएं हाल ही में छिंदवाड़ा से प्रशिक्षण लेकर लौटी हैं। अब वे महुआ से नानखटाई, मिलेट कुकीज, महुआ कुकीज, महुआ-मिलेट कुकीज और महुआ के ड्राय फ्रूट लड्डू तैयार करेंगी। प्रशिक्षण में महिलाओं को बताया गया कि 4 किलो सामग्री से करीब 120 पैकेट कुकीज तैयार होते हैं, जिन पर लगभग ₹700 खर्च आता है और बाजार में इनकी कीमत ₹1560 तक मिल सकती है। इससे प्रति बैच लगभग ₹800 का लाभ होता है।
जिला प्रबंधक (कौशल उन्नयन व रोजगार) अरविंद चंदेल ने बताया कि महुआ जिले में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और इसमें प्राकृतिक मिठास के साथ औषधीय गुण भी मौजूद हैं। इससे बने उत्पाद न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं। यह पहल महिला उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के साथ ही स्वदेशी उत्पादों को नई पहचान दिलाएगी।
प्रशिक्षण के पहले चरण में जबेरा ब्लॉक के छह स्व-सहायता समूहों की महिलाएं शामिल रहीं। अब ये महिलाएं महुआ उत्पादों को बाजार में उतारने की तैयारी में हैं।